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लॉर्डस की बालकनी में इस उम्मीद के साथ खड़ा था कि द्रविड़ शतक बनाएंगे : गांगुली

राहुल द्रविड़ ने अपना पहले टेस्ट मैच को याद करते हुए कहा कि, 'मेरे पास भी शतक पूरा करने का मौका था. जब गांगुली आउट हुए थे तो मुझे, जो उनसे थोड़ी प्ररेणा और साहस मिली थी, उसका मैंने इस्तेमाल किया.

सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़
सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़
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Published : Jun 20, 2020, 8:20 PM IST

कोलकाता: भारत के महानतम कप्तानों में गिने जाने वाले सौरव गांगुली और भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ ने 20 जून 1996 को ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था.

लॉर्डस में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में गांगुली ने शतक के साथ आगाज किया था जबकि द्रविड़ पांच रन से शतक बनाने से चूक गए थे.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें द्रविड़ ने कहा, " उस मैच में वह (गांगुली) नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए थे और मैं नंबर सात पर. इसलिए मेरे पास उनकी बल्लेबाजी को देखने का बहुत समय था. मुझे उनके लिए बहुत अच्छा लगा क्योंकि उन्होंने शतक जड़ दिया था."

  • Sourav Ganguly ➞ 1️⃣3️⃣1️⃣
    Rahul Dravid ➞ 9️⃣5️⃣ #OnThisDay in 1996 at Lord's, two of India's best batsmen made their Test debuts 🌟

    📽️ WATCH them recall the special occasion 👇 pic.twitter.com/BENVxPGfGj

    — ICC (@ICC) June 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, " मेरे पास भी शतक पूरा करने का मौका था. इसलिए जब वह आउट हुए थे तो मुझे, जो उनसे थोड़ी प्ररेणा और साहस मिली थी, उसका मैंने इस्तेमाल किया."

गांगुली ने उस मैच में 301 गेंदों पर 131 रन की शतकीय पारी खेली थी. इसमें उन्होंने 20 चौके लगाए थे. दूसरी तरफ द्रविड़ ने अपनी पारी में 267 गेंदों का सामना किया था, जिसमें उन्होंने छह चौके जड़े थे.

गांगुली ने उस मैच को याद करते हुए कहा, " ईमानदारी से कहूं तो मेरा प्रदर्शन भी ठीक था. द्रविड़ जिस समय बल्लेबाजी करने आए थे, उस समय मैं 70 रन बना चुका था."

गांगुली ने आगे कहा, " मुझे अभी भी याद है कि मैंने प्वाइंट पर कवर ड्राइव लगाकर अपना शतक पूरा किया था और वह दूसरे छोर पर थे. मैंने 131 रन बनाए और चायकाल के एक घंटे बाद मैं आउट हो गया था, लेकिन उन्होंने अपनी पारी को जारी रखा."

पूर्व कप्तान ने कहा, " जब अगली सुबह वह बल्लेबाजी करने आए तो वह 95 रन बना चुके थे और मैं लॉर्डस की बालकनी में इस उम्मीद के साथ खड़ा था कि द्रविड़ शतक बनाएंगे."

सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़
सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़

बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष गांगुली ने कहा, " मैंने उन्हें अंडर-15 से खेलते हुए देखा है और फिर रणजी ट्रॉफी में एकसाथ खेले. मैंने उन्हें ईडन गार्डन्स में पदार्पण करते हुए देखा था और फिर लॉडर्स में पदार्पण करते हुए देखा. इसलिए मैंने उनके करियर को काफी करीब से देखा है. यह बेहद शानदार होता अगर दोनों शतक बना लेते तो."

गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 7212 और 11363 रन बनाए हैं.

वहीं, द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट, 344 वनडे और एकमात्र टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 13288, 10899 और 31 रन बनाए हैं.

कोलकाता: भारत के महानतम कप्तानों में गिने जाने वाले सौरव गांगुली और भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक राहुल द्रविड़ ने 20 जून 1996 को ही टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था.

लॉर्डस में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में गांगुली ने शतक के साथ आगाज किया था जबकि द्रविड़ पांच रन से शतक बनाने से चूक गए थे.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें द्रविड़ ने कहा, " उस मैच में वह (गांगुली) नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए थे और मैं नंबर सात पर. इसलिए मेरे पास उनकी बल्लेबाजी को देखने का बहुत समय था. मुझे उनके लिए बहुत अच्छा लगा क्योंकि उन्होंने शतक जड़ दिया था."

  • Sourav Ganguly ➞ 1️⃣3️⃣1️⃣
    Rahul Dravid ➞ 9️⃣5️⃣ #OnThisDay in 1996 at Lord's, two of India's best batsmen made their Test debuts 🌟

    📽️ WATCH them recall the special occasion 👇 pic.twitter.com/BENVxPGfGj

    — ICC (@ICC) June 20, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, " मेरे पास भी शतक पूरा करने का मौका था. इसलिए जब वह आउट हुए थे तो मुझे, जो उनसे थोड़ी प्ररेणा और साहस मिली थी, उसका मैंने इस्तेमाल किया."

गांगुली ने उस मैच में 301 गेंदों पर 131 रन की शतकीय पारी खेली थी. इसमें उन्होंने 20 चौके लगाए थे. दूसरी तरफ द्रविड़ ने अपनी पारी में 267 गेंदों का सामना किया था, जिसमें उन्होंने छह चौके जड़े थे.

गांगुली ने उस मैच को याद करते हुए कहा, " ईमानदारी से कहूं तो मेरा प्रदर्शन भी ठीक था. द्रविड़ जिस समय बल्लेबाजी करने आए थे, उस समय मैं 70 रन बना चुका था."

गांगुली ने आगे कहा, " मुझे अभी भी याद है कि मैंने प्वाइंट पर कवर ड्राइव लगाकर अपना शतक पूरा किया था और वह दूसरे छोर पर थे. मैंने 131 रन बनाए और चायकाल के एक घंटे बाद मैं आउट हो गया था, लेकिन उन्होंने अपनी पारी को जारी रखा."

पूर्व कप्तान ने कहा, " जब अगली सुबह वह बल्लेबाजी करने आए तो वह 95 रन बना चुके थे और मैं लॉर्डस की बालकनी में इस उम्मीद के साथ खड़ा था कि द्रविड़ शतक बनाएंगे."

सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़
सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़

बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष गांगुली ने कहा, " मैंने उन्हें अंडर-15 से खेलते हुए देखा है और फिर रणजी ट्रॉफी में एकसाथ खेले. मैंने उन्हें ईडन गार्डन्स में पदार्पण करते हुए देखा था और फिर लॉडर्स में पदार्पण करते हुए देखा. इसलिए मैंने उनके करियर को काफी करीब से देखा है. यह बेहद शानदार होता अगर दोनों शतक बना लेते तो."

गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 7212 और 11363 रन बनाए हैं.

वहीं, द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट, 344 वनडे और एकमात्र टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 13288, 10899 और 31 रन बनाए हैं.

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