हैदराबाद : अंडर-19 विश्व कप 2020 खेल चुकी भारतीय टीम के क्रिकेटर तिलक वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और बताया कि फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश ने जीतने के बाद क्या किया था और अपनी चोट के बारे में भी उनका साल 2019 कितना खास रहा.
अंडर-19 विश्व कप खेल कर भारत लौटने के बारे में तिलक ने कहा,"वहां बहुत अच्छा अनुभव रहा. वहां का विकेट और क्राउड तो वहां खेलने में मजा आया था. सीनियर टीम की तरह खेलने में फील आया था."
साल 2019 तिलक के लिए काफी लकी रहा था. उन्होंने कई घरेलू मैच खेले थे और वर्ल्ड कप में सेलेक्शन भी साल 2019 में ही हुआ था. इस पर तिलक ने कहा,"घरेलू मैच खेल कर मुझे बहुत अनुभव मिला और कॉन्फिडेंस मिला कि मैं अच्छा कर सकता हूं. साउथ अफ्रीका में बहुत अच्छा कॉन्फिडेंस था."
विश्व कप के पहले मैच में बल्लेबाजी करने उतरने के एहसाल के बारे में तिलक ने कहा,"देश के लिए खेल रहा था तो बहुत अच्छा लगा. ब्लू जर्सी पहन कर खेलना मेरा सपना था. खेलने से पहले थोड़ा नर्वस जरूर था लेकिन फिर विकेट पर थोड़ा समय लिया इसलिए अच्छे रन बने."
पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ड्रेसिंग रूम का माहौल ज्यादा गंभीर नहीं था. तिलक ने खुलासा करते हुए बताया,"हम लोग उसे दूसरे किसी मैच की तरह ही सोच रहे थे इसलिए प्रेशर नहीं लिया. ज्यादा स्कोर भी नहीं था इसलिए ज्यादा प्रेशर नहीं था. 10 विकेट से जीते थे."
टूर्नामेंट में सबसे कठिन मैच भारत के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लग रहा था. तिलक से पूछा गया कि किस मैच में उनको लगा कि उनको विजय रथ रुक जाएगा तो उन्होंने बताया,"ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हमारा ओपनिंग पार्टनरशिप अच्छा था. फिर दो विकेट गिर गए और प्रेशर बन गया था. फिर मिडल ऑर्डर ने पारी संभाली इससे ऑस्ट्रेलिया टीम प्रेशर में आ गई थी."
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बांग्लादेश टीम ने विश्व कप का फाइनल जीतने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यव्हार किया था. इसके बारे में बात करते हुए तिलक ने बताया,"जीतने के बाद लोग हीट ऑफ द मूमेंट में हमारी टीम के साथ लड़ने लगे थे. हम नॉर्मल बात कर रहे थे लेकिन फिर देश पर बात आ गई थी तो हमारी टीम से भी एक-दो लड़के लड़ने गए थे. फिर स्टाफ और खिलाड़ियों ने लड़ाई रुकवा दी फिर सबने अच्छे से बात की और हाथ भी मिलाया."