बर्मिघम: चोट के कारण ऑलराउंडर विजय शंकर के आईसीसी विश्व कप-2019 से बाहर होने और उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टीम में शामिल किए जाने ने सभी को हैरानी में डाल दिया है.
एम.एस.के प्रसाद के नेतृत्व में चयनकर्ताओं ने विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा करते समय अंबाती रायडू को रिसर्व बल्लेबाज के रूप में चुना था, लेकिन उनकी जगह मयंक अग्रवाल को टूर्नामेंट में खेलने के लिए इंग्लैंड बुलाया गया ऐसे में सवाल उठता है कि आखिरी मिनट चयनकर्ताओं ने अपना निर्णय क्यों बदला.
एक सूत्र ने बताया कि रायडू की बजाय मयंक को टीम में शामिल करने का निर्णय पांच सदस्यीय चयन समिति ने नहीं टीम प्रबंधन ने लिया.
सूत्र ने कहा,"टीम प्रबंधन ने साफ कर दिया था कि वे चोटिल शंकर की जगह मयंक को टीम में शामिल करना चाहते हैं. चयनकार्ताओं का इस पर चर्चा करने का कोई सवाल ही नहीं था."
ऐसा माना जा रहा है कि सलामी बल्लेबाज मयंक के टीम में शामिल होने से लोकेश राहुल को दोबारा मध्यक्रम में भेजा सकता है जिससे टीम का संतुलन और बेहतर होगा. हालांकि, सूत्र ने बताया कि इंडिया-ए के लिए मयंक के दमदार प्रदर्शन ने उन्हें विश्व कप का टिकट दिलाया.
सूत्र ने कहा,"अगर आप 'ए' टीम के खिलाफ हुई वनडे सीरीज में मयंक का रिकॉर्ड देखें तो उन्होंने चार पारियों में दो शतक के साथ 287 रन बनाए. लेस्टरशायर के खिलाफ वॉर्म-अप मैच में आप उनके 151 रन को नहीं भूल सकते. वो सीरीज भी जून और जुलाई में खेली गई थी. आम धारणा यही है कि वो बहुमुखी हैं और किसी भी परिस्थिति के अनुकूल हो सकते हैं."
गौरतलब है कि भारतीय टीम शनिवार को श्रीलंका का सामना करेगी.