नई दिल्ली : बीसीसीआई का मानना है कि कोरोनावायरस और इसके प्रभाव के कारण अक्टूबर और नवंबर में होने वाले विश्व कप का होना संभव नहीं लग रहा है. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने एक समाचार एजेंसी से कहा कि इसे लेकर कई बातों पर ध्यान दिया जाएगा लेकिन वो तब संभव हो सकेगा जब हालात सामान्य हो जाएंगे.
इसके प्रभाव को लेकर समीक्षा की जाएगी
अधिकारी ने बताया, "ईमानदारी से कहूं तो अक्टूबर में टी-20 विश्व कप होना मुश्किल लग रहा है, इस समय इतने लोगों को इकट्ठा करने के बारे में सोचना भी मुश्किल है. जरा सोच के देखिए. इस समय आप नहीं जानते कि विदेशों का सफर करना कब सुरक्षित होगा. कोई कह रहा है जून में, कोई कह रहा है इससे ज्यादा. एक बार यातायात खुल जाए तब इसके बाद इसके प्रभाव को लेकर समीक्षा की जाएगी."
क्या ऑस्ट्रेलियाई सरकार ये जोखिम ले सकती है?
अधिकारी ने इसके बाद वहां पहुंचने वाले लोगों का मुद्दा उठाया और कहा कि क्या आईसीसी और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस पूरी प्रक्रिया में शामिल लोगों की जिंदगी की गारंटी लेंगे.
उन्होंने कहा, "सवाल ये है कि क्या सीए और आईसीसी इतने बड़े टूर्नामेंट में शामिल होने वाले लोगों की जिम्मेदारी लेगी. इसके बाद सरकार पर बात आ जाती है. क्या ऑस्ट्रेलियाई सरकार ये जोखिम ले सकती है? अगर ऐसा है तो मंजूरी की टाइमलाइन कया होगी. क्या वो समय अन्य बोर्ड के लिए मुफीद होगा? क्या अन्य देश की सरकारें अपनी टीमों के जाने की मंजूरी देंगी?"
टी-20 विश्व कप के आयोजन के लिए क्या चाहिए होगा
इसके बाद अधिकारी ने सबसे अहम मुद्दा उठाया जो था प्रशंसकों की सुरक्षा का. उन्होंने कहा, "जिस तरह की स्थिति से हर कोई गुजर रहा है, ऐसे में क्या प्रशंसक स्टेडियम में आना चाहेंगे? क्या सोशल डिस्टेनसिंग के नियम को पालन करने के लिए 10 सीट में से एक सीट का टिकट बेचा जाएगा?"
आईसीसी की बैठक के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट्स ने कहा था, "क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया आईसीसी और स्थानीय आयोजन समिति और ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ मिलकर करीबी तौर पर काम कर रहा है ताकि आपस में इतनी समझ पैदा कर सकें कि टी-20 विश्व कप के आयोजन के लिए क्या चाहिए होगा."