मुंबई : श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगाकारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर आईपीएल जैसी फ्रेंचाइजी लीग को तरजीह देने के खिलाफ हैं लेकिन वह चाहते हैं कि खेल के फायदे के लिए आईसीसी और सदस्य देश दोनों में संतुलन बनाए.
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न्यूजीलैंड क्रिकेट ने हाल ही में संकेत दिया था कि इंग्लैंड के खिलाफ दो जून से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला से तारीखों का टकराव होने पर भी वह अपने खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने से नहीं राकेगा.
राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेट निदेशक संगाकारा ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, "यह विदित ही है कि सारे अनुबंध अंतरराष्ट्रीय अनुबंध से नीचे हैं. आईपीएल अनुबंध ऐसे बनाया गया है कि खिलाड़ियों को इसमें भाग लेने के लिए अपने बोर्ड से एनओसी लेनी पड़ती है."
उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि संतुलन बनाया जा सकता है. यह कभी भी आदर्श या परफेक्ट संतुलन नहीं हो सकता लेकिन संतुलन जरूरी है ताकि घरेलू बोर्ड और खिलाड़ियों दोनों का फायदा हो सके."
संगाकारा ने कहा कि घरेलू बोर्ड और फ्रेंचाइजी लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों में तनाव के चलते खिलाड़ियों को संन्यास लेना पड़ता है जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को नुकसान होता है.
उन्होंने कहा, "यह बहस लंबे समय से चल रही है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क्या आईपीएल के लिए विंडो होनी चाहिए. आईपीएल और घरेलू बोर्डों के बीच यह बातचीत होगी और शायद आईसीसी से भी बात हो."
उन्होंने कहा, "यह अहम है कि घरेलू बोर्ड क्या चाहता है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का उपलब्ध होना जरूरी है."
संगाकारा ने यह भी कहा कि आईपीएल से खिलाड़ियों को काफी फायदा हुआ है. उन्होंने कहा, "आईपीएल ने दुनिया भर के खिलाड़ियों को इस प्रारूप में अपने फन को निखारने का मौका दिया है जिसका असर वनडे और टेस्ट क्रिकेट में भी खेलने को मिला है. हमने देखा है कि भारत को इससे कितना फायदा मिला है. हाल ही में भारत ने आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को जिस तरह से हराया, वह इसकी बानगी है."