हैदराबाद : क्रिकेट दिग्गज और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने पूर्व भारतीय कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी से अपनी पहली मुलाकात को याद करते हुए कहा है कि धोनी उन्हें पहली नजर में ही कुछ खास लगे थे. सचिन ने कहा, “जब तक धोनी भारतीय टीम में शामिल नहीं हुए था, मैंने उनके बारे में नहीं सुना था. मैंने उन्हें बंगलादेश में पहली बार एकदिवसीय टूनार्मेंट के दौरान देखा था. मैं सौरव गांगुली के साथ चर्चा कर रहा था और उन्होंने बताया कि इस आदमी में कुछ विशेष है और यह गेंद को हिट करने की क्षमता रखता है. हालांकि, प्रथम श्रेणी क्रिकेट स्तर पर गेंद को मारना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मारना दो अलग अलग चीजें हैं.”
![सचिन तेंदुलकर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/sachin_1508newsroom_1597506067_139.jpg)
भारत की ओर से 200 टेस्ट मैच खेलने वाले सचिन ने कहा, “धोनी ने उस मैच में दो बाउंड्री मारी थी और मैंने सौरव से कहा कि दादा इसका बॉटम हैंड थोड़ा अलग है जिसकी मदद से यह गेदों को हिटकरता है. यह देखने में बहुत विशेष है.” यह भारतीय टीम से उनका पहला जुड़ाव था लेकिन जिस तरह से वह गेंदों को हिट कर रहा था वह उसे विशेष बनाता है.
उल्लेखनीय है कि सचिन तेंदुलकर ने भारत केसबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी के स्वतंत्रता दिवस के दिन शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान पर भावुक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था कि भारतीय क्रिकेट में धोनी का योगदान हमेशा अविस्मरणीय रहेगा. सचिन ने धोनी के संन्यास लेने पर ट्वीट कर कहा था, “भारतीय क्रिकेट के लिए आपका योगदान अविस्मरणीय है. आपके संग 2011 विश्व कप जीतना मेरे जीवन का सबसे अद्भुत क्षण है. आपको और आपके परिवार को दूसरी पारी के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं.”
![एमएस धोनी](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/dhoni-cars24-featured_1608newsroom_1597578459_776.jpg)
सचिन ने धोनी के शांत स्वभाव की तारीफ करते हुए कहा कि वह उनके साथ हमेशा से शांतचित व्यवहार बनाए रखे. तेंदुलकर ने कहा कि उन्होंने धोनी के सामने से आकर अभिवादन स्वीकार नहीं करने संबंधित करने की कई कहानियां सुनी थी लेकिन समय के साथ उनका व्यवहार समझ आया और कोई नया खिलाड़ी जब टीम से जुड़ता है तो यह बहुत स्वाभाविक है.
टेस्ट और वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले तेंदुलकर ने कहा कि धोनी ने उनको एक उम्मीद दी कि अंसभव कुछ भी नहीं. धोनी प्रतिभाशाली थे और प्रतिभावान व्यक्ति अपना रास्ता खुद बना लेते हैं.
दो दशकों तक भारतीय क्रिकेट के सिरमौर रहे धाकड़ क्रिकेटर सचिन ने कहा कि रांची जैसे शहर से आने वाले और 15 सालों तक भारत के लिए खेलने वाले धोनी की यात्रा शानदार है. उन्होंने धोनी को नयी पारी की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “केवल धोनी को पता होता है कि उनके दिमाग में क्या चल रहा होता है. मैं उनके भारतीय क्रिकेट में दिए योगदान को हमेशा याद करूंगा. मैंने उनके साथ खेल का शानदार लुत्फ उठाया.”