नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत आज अपना 22वां जन्मदिन मना रहे हैं. ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि उन्होंने कम उम्र में ही अपनी जिंदगी में काफी कुछ हासिल कर लिया है. ऋषभ पंत ने कामयाबी की सीढ़ियां बहुत तेजी से चढ़ी हैं. साल 2016 में उन्होंने अंडर-19 विश्व कप खेला था जिसके दो सालों के अदर टीम इंडिया के लिए हर फॉर्मेट खेलने लगे.
मूल रूप से पंत उत्तराखंड के रहने वाले हैं. लेकिन उनका राज्य उस वक्त क्रिकेट के लिहाज से काफी पिछड़ा हुआ था. इसलिए उन्होंने उत्तराखंड से दिल्ली तक का सफर तय किया. ये उनके लिए बेहद कठिन था क्योंकि दिल्ली में उनका कोई ठिकाना नहीं था इसलिए वो और उनकी मां ने गुरुद्वारे में अपने दिन काटे थे. वो लंगर खा कर मैच खेलने जाते थे.
उनका घरेलू क्रिकेट करियर काफी शानदार रहा है. साल 2015 में ही वो रणजी खेलने लगे थे. साल 2016-17 के सीजन ने तो उनकी जिंदगी ही बदल दी थी. इस सीजन में उन्होंने 8 मैचों में 81 की औसत से 972 रन बनाए. महाराष्ट्र के खिलाफ उन्होंने तिहरा शतक जड़ा था और ऐसा करने वाले वे तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने. साथ ही झारखंड के खिलाफ मुकाबले में उन्होंने 48 गेंद में ही शतक जड़ दिया था. जो रणजी ट्रॉफी का सबसे तेज शतक है.
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आईपीएल की बात करें तो उनको साल 2016 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.9 करोड़ रुपयों की बड़ी रकम के बदले टीम में लिया था. जिस दिन दिल्ली ने उनको अपनी टीम में लिया उसी दिन उन्होंने अंडर-19 विश्व कप में शतक जड़ कर टीम इंडिया के लिए सेमीफाइनल के रास्ते खोल दिए थे.