कोलकाता: पूर्व भारतीय कप्तान झूलन गोस्वामी टी20 विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत की एकतरफा हार से निराश हैं लेकिन उनका मानना है कि यह टीम के घुटने टेकने का 'पोस्टमार्टम' करने का समय नहीं है.
मेग लेनिंग की टीम ने दबदबा बनाते हुए पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 184 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में भारतीय टीम 99 रन पर सिमट गई.
झूलन ने रविवार को कहा, 'यह काफी निराशाजनक है. लेकिन मत भूलिए कि इस विश्व कप में उन्होंने हमें गौरवांवित किया है. लेकिन यह पोस्टमार्टम करने का समय नहीं है. उनका दिल टूट गया है और भारतीय होने के नाते हमें अब उनका समर्थन करने की जरूरत है.'
इस दिग्गज तेज गेंदबाज ने कहा, 'टीम की प्रत्येक खिलाड़ी पर मुझे गर्व है. उन्होंने बेहद अच्छा प्रदर्शन किया और भारत को गौरवांवित किया. उन्होंने ग्रुप चरण में ऑस्ट्रेलिया को हराया था.'
झूलन ने कहा कि जिस सबसे महत्वपूर्ण पहलू पर गौर किया जाना चाहिए वह आयु है. उन्होंने कहा, 'औसत आयु के मामले में भारत की टीम सबसे युवा थी. टीम में तीन खिलाड़ियों की उम्र 16 से 19 साल (19 साल की जेमिमा रोड्रिग्ज, 16 साल की शेफाली वर्मा और ऋचा घोष) के बीच थी. वे काफी चीजें सीखेंगी और वे भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं.'
भारत को सबसे अधिक निराश कप्तान हरमनप्रीत कौर ने किया जो टूर्नमेंट की पांच पारियों में छह की औसत से 30 रन (2, 8, 1, 15 और 4) ही बना सकीं.
उन्होंने कहा, 'इस तरह के टूर्नामेंट में प्रत्येक खिलाड़ी दबाव में होता है. वह खराब दौर से गुजर रही है. वे रन नहीं बना पाई. अगर आप बड़े टूर्नामेंट में रन नहीं बनाते हो तो लोग बातें करते हैं. लेकिन हमें पता है कि उसकी क्षमता क्या है. यह उसके प्रदर्शन के बारे में बात करने का सही समय नहीं है.'