इंदौर: गुवाहाटी में सभी को इंतजार था कि जसप्रीत बुमराह और शिखर धवन के वापसी देखने को मिलेगी लेकिन बारिश और गीली पिच ने इस इंतजार को इंदौर पहुंचा दिया.
पहले मैच में भी इन दोनों पर फोकस था और इस मैच में भी यह जारी रहेगा. हां एक अंतर यह आएगा कि बाकी के दो मैचों में टीमों के पास प्रयोग के विकल्प कम हो जाएंगे क्योंकि सीरीज हथियाने के लिए दोनों मैच जीतना जरूरी है.
ऐसे में संजू सैमसन का मैदान पर उतरने का इंतजार बढ़ सकता है. पहले मैच में टॉस हुआ था और टीम में सैमसन को जगह नहीं मिली थी. इस सीरीज की शुरुआत से उम्मीद थी कि श्रीलंका जैसी टीम के साथ सैमसन को मौका दिया जा सकता है. पहला मैच रद्द होने से बाकी के दोनों मैच अहम हो गए हैं और इस लिहाज से हो सकता है कि कप्तान विराट कोहली टीम में प्रयोग न करें.
विंडीज को मात दे भारत ने लंबे ब्रेक के बाद वापसी की थी लेकिन मैच नहीं हो पाया जिससे उसे एक और हल्का ब्रेक मिल गया. अब बुमराह, धवन भी बेताब होंगे की वह अपनी लय हासिल करें. श्रीलंका से बेहतर मौका उन्हें मिल भी नहीं सकता.
इस मैदान पर अभी तक एक ही टी-20 मैच खेला गया जो इन दोनों टीमों के बीच में ही 22 दिसंबर, 2017 को खेला गया था. इस मैच में भारत ने 88 रनों से जीत हासिल की थी. उस मैच में रोहित शर्मा ने शतक जमाया था और भारत को टी-20 के अपने सर्वोच्च स्कोर 260 रनों तक पहुंचा दिया था.
इंदौर की विकेट भी बल्लेबाजों की मददगार मानी जाती है. इस सीरीज में रोहित शर्मा को आराम दिया गया है लेकिन धवन और उनके सलामी जोड़ीदार लोकेश राहुल भी बड़ा स्कोर करने का माद्दा रखते हैं। वहीं कप्तान कोहली भी किसी लिहाज से पीछे रहने वाले नहीं है.
श्रीलंका की उस टीम के कुछ खिलाड़ी जैसे एंजेलो मैथ्यूज, निरोशन डिकवेला भी इस टीम में हैं. श्रीलंका की कोशिश होगी की इस मैदान पर वह नई यादें जो उसके लिए सकारात्मक हो, लेकर जाए.
टीमें:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, शिखर धवन, शिवम दुबे, श्रेयस अय्यर, रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल, नवदीप सैनी, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शार्दूल ठाकुर, वॉशिंगटन सुंदर.
श्रीलंका : लसिथ मलिंगा (कप्तान), धनंजय डी सिल्वा, वानिंडु हसारंगा, निरोशन डिकवेला (विकेटकीपर), ओशाडा फर्नाडो, अविश्का फर्नाडो, दानुष्का गुणाथिलका, लाहिरु कुमारा, एंजेलो मैथ्यूज, कुशल मेंडिस, कुशल परेरा, भानुका राजापक्षा, कासुन राजिथा, लक्षण संदकाना, दासुन शनका, इसुरु उदाना.