हैदराबाद: लक्ष्मण शिवरामकृष्णन का कहना है कि उन्होंने आवेदन की आखिरी तारीख के दो दिन पहले यह ईमेल भेज दिया था. अब बीसीसीआई अपनी तकनीकी टीम के द्वारा यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह ईमेल बोर्ड के इनबॉक्स में पहुंचने के बाद किसी ने डिलीट किया या यह स्पैम में चला गया.
एक अग्रेजी अखबार के मुताबिक लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने यह मेल 22 जनवरी को दोपहर 4.16 बजे भेजा था और उनके ईमेल में ये मेल अभी भी है देखा जा सकता है. आवेदन करने की डेडलाइन 24 जनवरी थी. यह नया ईमेल एड्रेस बीसीसीआई सिलेक्टर पद के दावेदारों को अपने आवेदन भेजने के लिए बनाया गया था.
इसके लिए 21 आवेदन प्राप्त हुए अब सवाल यह उठता है कि सिर्फ एक आवेदन ही कैसे गायब हो सकता है जबकि आवेदक ने आधिकारिक लिंक पर क्लिक कर इसे भेजा था. एक नए बनाए गए ईमेल एड्रेस पर कोई मेल स्पैम में कैसे जा सकता है.
बीसीसीआई अब लक्ष्मण शिवरामकृष्णन द्वारा भेजे हुए मेल को अपने तकनीकी टीम की मदद से वापस लाने की कोशिश कर रहा है. वहीं तकनीकी टीम इस बात का भी पता लगानी की कोशिश कर रही है कि ये मेल जानबूझकर डिलीट किया गया था या फिर स्पैम के रूप में रिपोर्ट हुआ.
शिवरामकृष्णन के अलावा मुख्य राष्ट्रीय चयनकर्ता के लिए जिन पूर्व क्रिकेटर्स ने आवेदन किया है उनमें मुंबई के अजीत अगरकर, हरियाणा के चेतन शर्मा, बड़ौदा के नयन मोंगिंया, तमिलनाडु के शिवरामकृष्णन, मध्य प्रदेश के राजेश चौहान और अमय खुरासिया, उत्तर प्रदेश के ज्ञानेंद्र पांडे और विदर्भ के प्रीतम गंधे समेत कुल 21 आवेदन आए हैं.
शिवरामकृष्णन का करियर
शिवरामकृष्णन ने भारत के लिए नौ टेस्ट और 16 वनडे खेले हैं. वे 1983 से 1987 के बीच टीम इंडिया का हिस्सा रह चुके हैं. फिलहाल वे कमेंट्री कर रहे हैं. इससे पहले वे नेशनल क्रिकेट एकेडमी में स्पिन बॉलिंग कोच की भूमिका भी निभा चुके हैं.