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केपी भास्कर बने दिल्ली रणजी टीम के कोच, गेंदबाजी कोच बने राजकुमार शर्मा - विराट कोहली

एक साल बाद दिल्ली रणजी टीम के कोच के तौर पर केपी भास्कर की वापसी हुई है. वहीं, विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा को टीम का गेंदबाजी कोच बनाया गया है.

KP BHASKAR
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Published : Aug 29, 2019, 5:35 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 6:28 PM IST

नई दिल्ली : गुरुवार को केपी भास्कर को एक साल के बाद दिल्ली की रणजी टीम का कोच नियुक्त किया है वहीं विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा को घरेलू सीजन 2019-20 के लिए दिल्ली का गेंदबाजी कोच बनाया गया है.

56 वर्षीय भास्कर साल 2017-18 में दिल्ली के कोच थे. दिल्ली की टीम इंदौर में विदर्भ से हार गई थी. उसी वक्त ओड़िशा में एक घरेलू टूर्नामेंट के दौरान उनकी गौतम गंभीर से बहस हो गई थी जिसके बाद के कोच के पद से हाथ धो बैठे थे. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्ले गौतम गंभीर ने केपी भास्कर पर ड्रेसिंग रूम में गुटबाजी और युवा खिलाड़ियों का भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया था.

विराट कोहली के साथ राजकुमार शर्मा
विराट कोहली के साथ राजकुमार शर्मा
उनके पद से हटन के बाद दिल्ली के कोच के तौर पर मिथुन मन्हास ने ली. हालांकि उनकी कोचिंग के अंतरगत टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं दिया था. आपको बता दें कि केपी भास्कर पूर्व रणजी खिलाड़ी रह चुके हैं. उन्होंने 95 मैच भी खेले हैं जिसमें उन्होंने 18 शतक की मदद से 5443 रन बनाए.इतना ही नहीं वे सत्र 1988-89 में रणजी खिताब जीतने वाली दिल्ली टीम का भी हिस्सा रहे थे. साथ ही वे इसके अगले से दिल्ली की ओर से बंगाल के खिलाफ फाइनल भी खेले थे. तो वहीं, राजकुमार शर्मा विराट कोहली के बचपन के कोच के नाम से काफी मशहूर हैं.

यह भी पढ़ें- National Sports Day : क्रिकेटर्स से लेकर शटलर्स तक ने किया मेजर ध्यान चंद को याद, पढ़ें Tweets

शर्मा ने 1986 से 1991 के बीच दिल्ली के लिए 9 फर्स्ट क्लास और तीन लिस्ट ए मैच खेले हैं. उनके मार्गदर्शन में दिल्ली की टीम ने साल 2017-18 में सीके नायुडू (अंडर 23) टूर्नामेंट का खिताब जीता था.

नई दिल्ली : गुरुवार को केपी भास्कर को एक साल के बाद दिल्ली की रणजी टीम का कोच नियुक्त किया है वहीं विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा को घरेलू सीजन 2019-20 के लिए दिल्ली का गेंदबाजी कोच बनाया गया है.

56 वर्षीय भास्कर साल 2017-18 में दिल्ली के कोच थे. दिल्ली की टीम इंदौर में विदर्भ से हार गई थी. उसी वक्त ओड़िशा में एक घरेलू टूर्नामेंट के दौरान उनकी गौतम गंभीर से बहस हो गई थी जिसके बाद के कोच के पद से हाथ धो बैठे थे. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्ले गौतम गंभीर ने केपी भास्कर पर ड्रेसिंग रूम में गुटबाजी और युवा खिलाड़ियों का भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया था.

विराट कोहली के साथ राजकुमार शर्मा
विराट कोहली के साथ राजकुमार शर्मा
उनके पद से हटन के बाद दिल्ली के कोच के तौर पर मिथुन मन्हास ने ली. हालांकि उनकी कोचिंग के अंतरगत टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं दिया था. आपको बता दें कि केपी भास्कर पूर्व रणजी खिलाड़ी रह चुके हैं. उन्होंने 95 मैच भी खेले हैं जिसमें उन्होंने 18 शतक की मदद से 5443 रन बनाए.इतना ही नहीं वे सत्र 1988-89 में रणजी खिताब जीतने वाली दिल्ली टीम का भी हिस्सा रहे थे. साथ ही वे इसके अगले से दिल्ली की ओर से बंगाल के खिलाफ फाइनल भी खेले थे. तो वहीं, राजकुमार शर्मा विराट कोहली के बचपन के कोच के नाम से काफी मशहूर हैं.

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शर्मा ने 1986 से 1991 के बीच दिल्ली के लिए 9 फर्स्ट क्लास और तीन लिस्ट ए मैच खेले हैं. उनके मार्गदर्शन में दिल्ली की टीम ने साल 2017-18 में सीके नायुडू (अंडर 23) टूर्नामेंट का खिताब जीता था.

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केपी भास्कर बने दिल्ली रणजी ट्रॉफी के कोच, गेंदबाजी कोच बने राजकुमार शर्मा





नई दिल्ली : गुरुवार को केपी भास्कर को एक साल के बाद दिल्ली की रणजी ट्रॉफी टीम का कोच नियुक्त किया है वहीं विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा को घरेलू सीजन 2019-20 के लिए दिल्ली का गेंदबाजी कोच बनाया गया है.

56 वर्षीय भास्कर साल 2017-18 में दिल्ली के कोच थे. दिल्ली की टीम इंदौर में विदर्भ से हार गई थी. उसी वक्त ओड़िशा में एक घरेलू टूर्नामेंट के दौरान उनकी गौतम गंभीर से बहस हो गई थी जिसके बाद के कोच के पद से हाथ धो बैठे थे. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्ले गौतम गंभीर ने केपी भास्कर पर ड्रेसिंग रूम में गुटबाजी और युवा खिलाड़ियों का भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया था.

उनके पद से हटन के बाद दिल्ली के कोच के तौर पर मिथुन मन्हास ने ली. हालांकि उनकी कोचिंग के अंतरगत टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं दिया था. आपको बता दें कि केपी भास्कर पूर्व रणजी खिलाड़ी रह चुके हैं. उन्होंने 95 मैच भी खेले हैं जिसमें उन्होंने 18 शतक की मदद से 5443 रन बनाए.

इतना ही नहीं वे सत्र 1988-89 में रणजी खिताब जीतने वाली दिल्ली टीम का भी हिस्सा रहे थे. साथ ही वे इसके अगले से दिल्ली की ओर से बंगाल के खिलाफ फाइनल भी खेले थे. तो वहीं, राजकुमार शर्मा विराट कोहली के बचपन के कोच के नाम से काफी मशहूर हैं.

शर्मा ने 1986 से 1991 के बीच दिल्ली के लिए 9 फर्स्ट क्लास और तीन लिस्ट ए मैच खेले हैं. उनके मार्गदर्शन में दिल्ली की टीम ने साल 2017-18 में सीके नायुडू (अंडर 23) टूर्नामेंट का खिताब जीता था.


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Last Updated : Sep 28, 2019, 6:28 PM IST
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