हैदराबाद : भारत के अनुभवी ऑफ स्पिनर टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह आज 40 वर्ष के हो गए हैं. हरभजन को प्यार से उनके दोस्त और फैंस भज्जी बुलाते हैं, उनका जन्म 3 जुलाई 1980 को पंजाब के जलंधर शहर में हुआ था. भज्जी ने भारत के लिए 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 टी-20 खेले हैं. उन्होंने लिमिटेड ओवर में 294 विकेट लिए हैं. साल 2015 में उन्होंने अपना अंतिम टेस्ट श्रीलंका में और इसी साल अंतिम वनडे दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. वहीं उन्होंने अपना आखिरी टी-20 मैच साल 2016 के एशिया कप में यूएई के खिलाफ खेला था.
अब हरभजन भले ही भारतीय टीम का हिस्सा ना हों लेकिन उनके नाम कुछ ऐसे रिकॉर्ड्स आज भी कायम हैं, जो आजतक किसी ने नहीं तोड़ा. मैदान पर अपने अग्रेशन के लिए जाने जाने वाले भज्जी के कुछ ऐसे ही बेहतरीन रिकॉर्ड्स के बारे में यहां जानिए-
भज्जी भारत की ओर से सबसे कम उम्र में 400 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. दुनियाभर की बात करें तो उनसे ऊपर सिर्फ श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन हैं. मुरलीधरन ने 29 वर्ष 273 दिन की उम्र में 400 विकेट पूरे किए थे और हरभजन ने 31 वर्ष 4 दिन की उम्र में अपने 400 टेस्ट विकेट पूरे किए थे.
टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले हरभजन पहले भारतीय हैं. साल 2001 में उन्होंने ईडन गार्डन्स पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी जो भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहली हैट्रिक थी. भज्जी के बाद पांच साल बाद साल 2006 में इरफान पठान ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची टेस्ट में हैट्रिक ली थी.
इसके अलावा भज्जी के नाम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड भी है. उन्होंने साल 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 32 विकेट चटकाए थे. ये रिकॉर्ड आजतक कोई गेंदबाज नहीं तोड़ सका है.
भज्जी के नाम 417 टेस्ट विकेट हैं और इस मामले में फिलहाल कोई भी भारतीय ऑफ स्पिनर उनके आस-पास भी नहीं है. कहा जा सकता है कि टेस्ट क्रिकेट में भारत के सबसे सफल ऑफ स्पिनर भज्जी हैं.
हरभजन भारत की ओर से पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिसने नंबर आठ पर बल्लेबाजी करते हुए बैक टू बैक टेस्ट सेंचुरी जड़ी है. साल 2010 में उन्होंने टीम कीवी के खिलाफ अहमदाबाद और हैदराबाद टेस्ट में क्रम से 115 और नॉटआउट 111 रनों की पारी खेली थी.