कराची : पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज जुल्करनैन हैदर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2010 की एकदिवसीय सीरीज के दौरान अचानक लापता होने के लिए उमर अकमल को दोषी ठहराया और कहा कि मैच गंवाने के लिए तैयार नहीं होने पर इस दागी खिलाड़ी ने उन्हें धमकी दी थी.
धमकी भरे संदेश मिल रहे थे
जुल्करनैन ने दावा किया कि उन्हें दुबई में टीम होटल छोड़कर रहस्यमय परिस्थितियों में लंदन जाने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उन्हें तब अपने साथी उमर और कुछ अन्य से उस सीरीज के तीसरे एकदिवसीय मैच में खराब प्रदर्शन करने से इंकार करने के कारण धमकी भरे संदेश मिल रहे थे.
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा, ''मुझे याद है कि मैंने उससे कहा कि वो अपना काम करता रहे और ड्रिंक्स ले जाने की भूमिका निभाता रहे लेकिन बाद में उसने (उमर) और कुछ अन्य खिलाड़ियों ने मुझे सीधे तौर पर धमकी देनी शुरू कर दी. उन्होंने मुझे इतना परेशान कर दिया कि मैं मनोवैज्ञानिक दबाव में आ गया. मैं डरने लगा था और ऐसे में किसी को बताए बिना लंदन चला गया.''
मैंने टीम प्रबंधन को भी इस घटना की जानकारी दी थी
नवंबर 2010 में घटी इस घटना के बाद जुल्करनैन का करियर भी समाप्त हो गया. उन्होंने कहा कि उमर पर स्पॉट फिक्सिंग के संपर्कों का खुलासा नहीं करने के कारण लगाया गया तीन साल का प्रतिबंध बहुत कम है. जुल्करनैन ने कहा, ''वो संदेहास्पदक गतिविधियों में शामिल रहा है और उस पर आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए. यहां तक कि उसकी संपत्ति भी जब्त कर देनी चाहिए.''
जुल्करनैन अब 34 साल के हैं. उन्होंने दुबई में टीम प्रबंधन को बताए बिना होटल छोड़ने के बाद लंदन में शरण ली थी. उन्होंने केवल एक टेस्ट मैच खेला जिसमें 88 रन बनाए. इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने दावा किया कि उन्होंने उमर का उन्हें खराब प्रदर्शन करने के लिए कहने की जानकारी टीम प्रबंधन को दी थी. उन्होंने कहा, ''लेकिन धमकी और दबाव को सहना मेरे लिए मुश्किल था और इसलिए मैं वहां से चुपचाप निकल गया. मुझे कुछ अज्ञात व्यक्तियों से भी खराब प्रदर्शन करने के लिए धमकी मिल रही थी.