नई दिल्ली: भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने युवा बल्लेबाज शुभमन गिल और ऋषभ पंत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रहे पहले टेस्ट मैच में भारत की अंतिम-11 में खेलाने की पैरवी की है. गावस्कर ने कहा कि गिल को सलामी बल्लेबाज के तौर पर और विकेटकीपर के रूप में पंत को टीम में मौका मिलना चाहिए.
रोहित शर्मा चोट के कारण शुरुआती दो टेस्ट मैचों से बाहर हैं. ऐसे में भारत के लिए चिंता है कि मयंक अग्रवाल के साथ बल्लेबाजी कौन करेगा. इसके लिए भारत के पास दो विकल्प हैं, दो युवा बल्लेबाज-पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल.
![शुभमन गिल](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/9883202_tiljh.jpeg)
गावस्कर से जब मयंक के साझेदार के बारे में पूछा गया तो उन्होंने गिल का समर्थन किया.
गावस्कर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैं गिल को मयंक के जोड़ीदार के रूप में देखता हुं. वह शानदार युवा बल्लेबाज हैं."
गावस्कर ने कहा कि सलामी बल्लेबाजी को लेकर अनिश्चित्ता है और इसलिए भारत को अपनी बल्लेबाजी में गहराई रखनी होगी जिसके कारण भारतीय टीम विकेटकीपर के रूप में रिद्धिमान साहा के ऊपर पंत को तरजीह दे सकती है क्योंकि पंत निचले क्रम में टीम के लिए बल्ले से अच्छा योगदान दे सकते हैं. पंत ने दूसरे अभ्यास मैच में शतक जमाया था."
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गावस्कर ने कहा, "विकेटकीपर का चुनाव चयनकर्ताओं के लिए मुश्किल है. पंत ने दो साल पहले सभी चार मैच खेले थे और उन्होंने हाल की में शतक जमाया है. वह पिछली सीरीज में भी थे और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अपनी बातों और छींटाकशी से परेशान भी किया था. टीम हो सकता है कि उनके साथ जाना चाहेगी."
लिटिल मास्टर ने कहा, "लेकिन जब आप ऐसी विकेट पर खेलते हो जहां विकेटकीपर को विकेट के ठीक पीछे खड़ा होना पड़ता है तो आप अपने सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर के साथ जाना चाहते हो. यहां आपको साहा के अनुभव की जरूरत पड़ेगी, लेकिन मुझे लगता कि सलामी जोड़ी को लेकर अनिश्चित्ता पंत के समर्थन में जाएगी क्योंकि तब आपको अपनी बल्लेबाजी में गहराई की जरूरत होगी और पंत वो आपको दे सकते हैं."
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज की शुरुआत 17 दिसंबर से हो रही है. सीरीज का पहला मैच दिन-रात प्रारूप का होगा.