विशाखापट्टनम : भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपनी दूसरी पारी घोषित करने की तरफदारी की. उनका कहना था कि पांचवें दिन उन्हें थोड़ी नरम गेंद के साथ शुरुआत नहीं करनी पड़े. भारत ने दूसरी पारी में 67 ओवर खेले और चार विकेट पर 323 रन बनाकर पारी समाप्त घोषित की.
उन्होंने कहा,"उम्मीद है कि पांचवें दिन ये पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं होगी और इससे स्पिनरों को थोड़ा मदद मिलेगी. हम देख चुके हैं कि पिच से असमान उछाल मिल रही है और इसलिए तेज गेंदबाजों की भूमिका भी अहम होगी. अभी स्पिनरों के लिहाज में पिच में काफी खुरदुरापन है और पांचवें दिन दरारें कुछ और बढ़ जाएंगी."पुजारा को लगता है कि रविंद्र जडेजा खुरदुरे स्थलों का अच्छा उपयोग कर सकता है क्योंकि कुछ गेंदे या तो तेजी से उठ रही है या नीची रह रही हैं. उन्होंने कहा,"इस तरह के स्थानों से स्पिनरों को अधिक उछाल मिलेगी. अगर हम एल्गर के लिए की गई जड्डू की गेंद की असमान उछाल को देखें तो मुझे लगता है कि गेंद दरार पर पड़ने के बाद थोड़ा नीचे रह गई थी. इसलिए अगर असमान उछाल हो तो मुझे लगता है कि स्पिनर दरारों पर गेंद टप्पा करवाना पसंद करेंगे. लेकिन इस तरह की पिचों पर तेज गेंदबाजों को खेलना भी मुश्किल होगा."
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पुजारा ने दोपहर के सत्र में ड्रिंक्स ब्रेक के बाद तेजी से रन बनाए. इससे पहले उनके लिए रन बनाना आसान नहीं था. उन्होंने कहा,"ये बल्लेबाजी के लिए मुश्किल पिच थी. इस पर स्ट्राइक रोटेट करना आसान नहीं था. इस पर सही टाइमिंग से शॉट मारना आसान नहीं था फिर जिस तरह से मैं खेलता हूं तो शुरू में मुझे थोड़ी मुश्किल लग रही थी. मैं जानता था कि एक बार पांव जमाने के बाद मैं पिच की गति को समझ लूंगा. इसे समझने के बाद मैंने अपने शॉट खेले."