नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज इयान बिशप ने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए उन्हें एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी बताया है. बिशप का मानना है कि बुमराह पूरी तरह से अलग तरह के गेंदबाज हैं.
बिशप ने बुमराह को बताया संपूर्ण गेंदबाज
बिशप ने कहा, "खेल के इतिहास के साथ तेज गेंदबाजों के बारे में मेरा यही मानना था कि जिनका लंबा और प्रवाहमय रनअप हो, जैसे वेस हॉल, सर रिचर्ड हैडली, डेनिस लिली, मार्शल और होल्डिंग का. जसप्रीत उसके ठीक विपरीत थे. उनका रनअप छोटा था और उसमें प्रवाह नहीं था."
उन्होंने कहा, "मैं आज तक हैरान हूं कि उनकी गेंदों में तेजी कहां से आती है और वह बेहद कुशल गेंदबाज हैं. उदाहरण के लिए, जिस तरह से उसने कैरेबियाई मैदानों पर गेंद स्विंग कराई, वह जिस तेज गति से गेंद करते हैं और तब भी उस पर नियंत्रण बनाए रखते हैं."
बिशप ने साथ ही कहा, "वह बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. अगर वह फिट बने रहते हैं, फिर तो वह एक संपूर्ण गेंदबाज हैं."
बिशप ने वर्तमान भारतीय तेज गेंदबाजों की तुलना वेस्टइंडीज के पूर्व के खौफनाक गेंदबाजों से की
साथ ही इयान बिशप ने वर्तमान भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की तुलना कैरबियाई टीम के पूर्व के खौफनाक तेज गेंदबाजों से करते हुए कहा कि विदेशों में सफल होने की इच्छा से ही भारत लगातार खतरनाक तेज गेंदबाजों को तैयार कर रहा है.
बिशप ने कहा कि इसकी शुरुआत जहीर खान, आरपी सिंह, मुनाफ पटेल से हुई जो कपिल देव और जवागल श्रीनाथ के नक्शेकदमों पर आगे बढ़े.
उन्होंने कहा, "यह संभवत: भारत में तेज गेंदबाजी की प्रतिभाओं की सर्वश्रेष्ठ पीढ़ी है और इसकी शुरुआत कुछ समय पहले हुई थी."
बिशप ने कहा, "हम जहीर, आरपी सिंह, मुनाफ पटेल और उस दौर के कुछ गेंदबाजों से शुरुआत मान सकते हैं जो कपिल देव का अनुसरण करने वाले श्रीनाथ के बाद आए. यह देखकर बहुत अच्छा लगता है."
'तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिचें बनानी होंगी'
जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में भारत के पास अभी सबसे खौफनाक तेज गेंदबाज इकाई है. मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और इशांत शर्मा आक्रमण में विविधता पैदा करते हैं.
बिशप ने कहा, "बाहर से देखने पर मुझे ऐसा लगता है कि भारत यह समझ गया कि बल्लेबाज अच्छे हैं लेकिन अगर हमें विदेशों में जीत दर्ज करनी है तो हमें एमआरएफ पेस फाउंडेशन और एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) से भी खिलाड़ी लेने होंगे. इन तेज गेंदबाजों को बढ़ावा देने के लिए सपाट और टर्निंग पिचें बनाने के बजाय तेज गेंदबाजों के अनुकूल पिचें बनानी होंगी."