कराची: पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज यूनुस खान तुलना में विश्वास नहीं रखते लेकिन उनका मानना है कि युवा बाबर आजम आने वाले पांच साल में विराट कोहली की तरह क्रिकेट का लीजैंड बनने का माद्दा रखता है.
'आजम पर अपेक्षाओं का बोझ नहीं डालना चाहिए'
हाल ही में पाकिस्तान के बल्लेबाजी कोच बने यूनुस ने कोहली को आधुनिक क्रिकेट का शीर्ष बल्लेबाज बताया लेकिन कहा कि आजम में बल्लेबाजी के कई रिकॉर्ड तोड़ने की कूवत है.
उन्होंने बुधवार को पत्रकारों से कहा, "मुझे तुलना पसंद नहीं है. कोहली को देखो, वह इस समय शीर्ष फॉर्म में है और दुनिया का शीर्ष बल्लेबाज है. उसने सभी प्रारूपों में अच्छा प्रदर्शन किया है."
उन्होंने आगे कहा, "बाबर ने भी सभी प्रारूपों में अच्छा खेला है लेकिन कोहली इस समय जहां है, बाबर अगले पांच साल में वहां पहुंचेगा. उसके बाद ही तुलना करना लाजमी होगा."
यूनुस ने कहा, "हमें उस पर अपेक्षाओं का बोझ नहीं डालना चाहिए. उसे समय देना होगा ताकि वह आने वाले समय में सचिन तेंदुलकर या जावेद मियांदाद जैसा महान खिलाड़ी बन सके."
'वैश्विक स्थिति को देखते हुए पाकिस्तानी टीम का इंग्लैंड दौरा अहम'
इसके साथ ही पूर्व कप्तान यूनुस खान ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण पैदा हुए हालात को देखते हुए पाकिस्तान टीम का आगामी इंग्लैंड दौरा अहम है लेकिन कहा कि खिलाड़ियों के लिए बदले हुए हालात में ढलना कठिन होगा.
यूनुस को इंग्लैंड दौरे के लिए पाकिस्तान का बल्लेबाजी कोच बनाया गया है. उन्होंने कहा, "कई मायनों में यह श्रृंखला काफी अहम है. दुनिया भर की नजरें इन दोनों टीमों पर होंगी. इंग्लैंड का दौरा वैसे भी हमारे लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहता है."
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते मानक संचालन प्रक्रिया के तहत खेलना खिलाड़ियों के लिये आसान नहीं होगा. यूनिस ने कहा, "इसमें सहयोगी स्टाफ की भूमिका अहम होगी. उन्हें इसका ध्यान रखना होगा."
बता दें कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इंग्लैंड दौरे पर जाने से पहलेराष्ट्रीय टीम के लिए शिविर न लगाने का फैसला किया है. बोर्ड ने साथ ही खिलाड़ियों से कहा है कि देश इस समय कोरोनावायरस से लड़ रहा है इसलिएखिलाड़ी बाहर अभ्यास न करें.
पीसीबी ने एक बयान में कहा, "देश में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए शिविर लगाने के इंतजामात करना मुश्किल है और साथ ही खिलाड़ियों को सुरक्षित माहौल प्रदान करना भी चुनौतीपूर्ण रहेगा. इसलिए पीसीबी ने इंग्लैंड दौरे पर रवाना होने से पहले राष्ट्रीय पुरुष टीम के लिए शिविर न लगाने का फैसला किया है."