हैदराबाद: आईपीएल के 12 वें सीजन में अब तक 20 मैच हो चुके है और कहीं विवाद भी इस लीग में देखने को मिल रहे हैं. फिर चाहें वो मांकडिंग विवाद हो या अपायरों के गलत फैसले हो. इस कड़ी में एक और विवाद इस आईपीएल सीजन में जूड़ गया है. आईपीएल में मैच देरी से खत्म हो रहे है जिस वजह से स्टेकहोल्डर्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है.
ऐजाज मेनन ने अपने एक लेख मे लिखा है कि आईपीएल के मौजूदा सीजन के कई मैच देरी से खत्म हुए कुछ में 40 से 45 मिनट अधिक लगे. आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में कई स्टेकहोल्डर्स होते हैं. जैसे फ्रेंचाइजी, ब्रॉडकॉस्टर, स्टेट एसोसिएशन और अन्य. अगर मैच देरी से खत्म हो तो इन्हे नुकसान उठाना पड़ सकता है. अगर फ्लडलाइट को लें. यदि एक मैच में इसे एक घंटा अधिक जलाना पड़े तो बिजली का खर्च 20 फीसदी तक बढ़ जाता है.
मेनन ने कहा कि, 'इसे मैनेज करने का एक ही तरीका है कि स्टेकहोल्डर्स पर इस अतिरिक्त खर्च को उठाएं, लेकिन यह सही नहीं होगा. इसके नुकसान हो सकते हैं. जैसे आईपीएल की टिकट सस्ती नहीं होती हैं. इसके दाम बढ़ाना ठीक नहीं होगा.'
खिलाड़ी नहीं करते समय की परवाह
आईपीएल में देरी होने का सबसे बड़ा कारण है कि कई बार खिलाड़ी भी मैच में हो रही देरी को हल्के में लेते है. इस पर मेनन ने कहा, " कई बार खिलाड़ी खुद समय की परवाह नहीं करते. स्लो ओवर रेट खेल के लिए अभिशाप है. कप्तान और गेंदबाज फिल्डिंग को लेकर कई बार अधिक चर्चा करते हैं, जिससे अधिक समय खर्च होता है. टी-20 फॉर्मेट में समय महत्वपूर्ण है. कप्तान और खिलाड़ी इस पर ध्यान इसलिए नहीं देते, क्योंकि पेनल्टी अधिक नहीं है.
कैफ भी कर चूके है इसकी निंदा
कैफ ने कहा कि टीमें फील्डिंग के दौरान खिलाड़ियों की अदला-बदली में जो समय लेती हैं उससे भी काफी असर पड़ता है. भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज का कहना है कि उनकी टीम इस मसले पर जल्द ही अंपायरों से बात करेगी.