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आईपीएल मैच में देरी को लेकर फिर से उठे सवाल

एजाज मेनन ने कहा कि मौजूदा सीजन के कई मैच देरी से खत्म हो रहे है कुछ में 40 से 45 मिनट अधिक लगे. इन मैचो में देरी की वजह से खर्च बढ़ता है.

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Published : Apr 7, 2019, 6:05 PM IST

हैदराबाद: आईपीएल के 12 वें सीजन में अब तक 20 मैच हो चुके है और कहीं विवाद भी इस लीग में देखने को मिल रहे हैं. फिर चाहें वो मांकडिंग विवाद हो या अपायरों के गलत फैसले हो. इस कड़ी में एक और विवाद इस आईपीएल सीजन में जूड़ गया है. आईपीएल में मैच देरी से खत्म हो रहे है जिस वजह से स्टेकहोल्डर्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है.

ऐजाज मेनन ने अपने एक लेख मे लिखा है कि आईपीएल के मौजूदा सीजन के कई मैच देरी से खत्म हुए कुछ में 40 से 45 मिनट अधिक लगे. आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में कई स्टेकहोल्डर्स होते हैं. जैसे फ्रेंचाइजी, ब्रॉडकॉस्टर, स्टेट एसोसिएशन और अन्य. अगर मैच देरी से खत्म हो तो इन्हे नुकसान उठाना पड़ सकता है. अगर फ्लडलाइट को लें. यदि एक मैच में इसे एक घंटा अधिक जलाना पड़े तो बिजली का खर्च 20 फीसदी तक बढ़ जाता है.

एजाज मेनन
एजाज मेनन

मेनन ने कहा कि, 'इसे मैनेज करने का एक ही तरीका है कि स्टेकहोल्डर्स पर इस अतिरिक्त खर्च को उठाएं, लेकिन यह सही नहीं होगा. इसके नुकसान हो सकते हैं. जैसे आईपीएल की टिकट सस्ती नहीं होती हैं. इसके दाम बढ़ाना ठीक नहीं होगा.'

खिलाड़ी नहीं करते समय की परवाह

आईपीएल में देरी होने का सबसे बड़ा कारण है कि कई बार खिलाड़ी भी मैच में हो रही देरी को हल्के में लेते है. इस पर मेनन ने कहा, " कई बार खिलाड़ी खुद समय की परवाह नहीं करते. स्लो ओवर रेट खेल के लिए अभिशाप है. कप्तान और गेंदबाज फिल्डिंग को लेकर कई बार अधिक चर्चा करते हैं, जिससे अधिक समय खर्च होता है. टी-20 फॉर्मेट में समय महत्वपूर्ण है. कप्तान और खिलाड़ी इस पर ध्यान इसलिए नहीं देते, क्योंकि पेनल्टी अधिक नहीं है.

कैफ भी कर चूके है इसकी निंदा

मोहम्मद कैफ
मोहम्मद कैफ
दिल्ली कैपिटल्स के फील्डिंग कोच मोहम्मद कैफ ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि लंबे खिंच रहे मैचों पर अंपायरों को ध्यान देने की जरूरत है.

कैफ ने कहा कि टीमें फील्डिंग के दौरान खिलाड़ियों की अदला-बदली में जो समय लेती हैं उससे भी काफी असर पड़ता है. भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज का कहना है कि उनकी टीम इस मसले पर जल्द ही अंपायरों से बात करेगी.

हैदराबाद: आईपीएल के 12 वें सीजन में अब तक 20 मैच हो चुके है और कहीं विवाद भी इस लीग में देखने को मिल रहे हैं. फिर चाहें वो मांकडिंग विवाद हो या अपायरों के गलत फैसले हो. इस कड़ी में एक और विवाद इस आईपीएल सीजन में जूड़ गया है. आईपीएल में मैच देरी से खत्म हो रहे है जिस वजह से स्टेकहोल्डर्स को नुकसान उठाना पड़ सकता है.

ऐजाज मेनन ने अपने एक लेख मे लिखा है कि आईपीएल के मौजूदा सीजन के कई मैच देरी से खत्म हुए कुछ में 40 से 45 मिनट अधिक लगे. आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में कई स्टेकहोल्डर्स होते हैं. जैसे फ्रेंचाइजी, ब्रॉडकॉस्टर, स्टेट एसोसिएशन और अन्य. अगर मैच देरी से खत्म हो तो इन्हे नुकसान उठाना पड़ सकता है. अगर फ्लडलाइट को लें. यदि एक मैच में इसे एक घंटा अधिक जलाना पड़े तो बिजली का खर्च 20 फीसदी तक बढ़ जाता है.

एजाज मेनन
एजाज मेनन

मेनन ने कहा कि, 'इसे मैनेज करने का एक ही तरीका है कि स्टेकहोल्डर्स पर इस अतिरिक्त खर्च को उठाएं, लेकिन यह सही नहीं होगा. इसके नुकसान हो सकते हैं. जैसे आईपीएल की टिकट सस्ती नहीं होती हैं. इसके दाम बढ़ाना ठीक नहीं होगा.'

खिलाड़ी नहीं करते समय की परवाह

आईपीएल में देरी होने का सबसे बड़ा कारण है कि कई बार खिलाड़ी भी मैच में हो रही देरी को हल्के में लेते है. इस पर मेनन ने कहा, " कई बार खिलाड़ी खुद समय की परवाह नहीं करते. स्लो ओवर रेट खेल के लिए अभिशाप है. कप्तान और गेंदबाज फिल्डिंग को लेकर कई बार अधिक चर्चा करते हैं, जिससे अधिक समय खर्च होता है. टी-20 फॉर्मेट में समय महत्वपूर्ण है. कप्तान और खिलाड़ी इस पर ध्यान इसलिए नहीं देते, क्योंकि पेनल्टी अधिक नहीं है.

कैफ भी कर चूके है इसकी निंदा

मोहम्मद कैफ
मोहम्मद कैफ
दिल्ली कैपिटल्स के फील्डिंग कोच मोहम्मद कैफ ने भी इस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने ये भी कहा कि लंबे खिंच रहे मैचों पर अंपायरों को ध्यान देने की जरूरत है.

कैफ ने कहा कि टीमें फील्डिंग के दौरान खिलाड़ियों की अदला-बदली में जो समय लेती हैं उससे भी काफी असर पड़ता है. भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज का कहना है कि उनकी टीम इस मसले पर जल्द ही अंपायरों से बात करेगी.

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आईपीएल के कई मैच देरी से खत्म हुए, इसे रोकने के लिए कड़े नियम बनाने होंगे



आईपीएल के मौजूदा सीजन के कई मैच देरी से खत्म हुए। कुछ में 40 से 45 मिनट अधिक लगे। आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में कई स्टेकहोल्डर्स होते हैं। जैसे फ्रेंचाइजी, ब्रॉडकॉस्टर, स्टेट एसोसिएशन और अन्य। देरी से सभी प्रभावित होते हैं। इस कारण खर्च बढ़ता है। जैसे फ्लडलाइट को लें। यदि एक मैच में इसे एक घंटा अधिक जलाना पड़े तो बिजली का खर्च 20 फीसदी तक बढ़ जाता है।



इसे मैनेज करने का एक ही तरीका है कि स्टेकहोल्डर्स पर इस अतिरिक्त खर्च को उठाएं, लेकिन यह सही नहीं होगा। इसके नुकसान हो सकते हैं। जैसे आईपीएल की टिकट सस्ती नहीं होती हैं। इसके दाम बढ़ाना ठीक नहीं होगा।



वनडे मैच बोरिंग होने के बाद टी-20 आया

1950-60 के दशक में टेस्ट क्रिकेट में ड्रॉ रिजल्ट के कारण दर्शक खेल से दूर हो गए थे। इस कारण आयोजकों को एक नया फॉर्मेट वनडे लाना पड़ा। इसमें रिजल्ट अनिवार्य होता था। इस सदी में टी-20 को लाना पड़ा क्योंकि वनडे भी बोरिंग हो गए। मैं पिछले सप्ताह एक मैच में एक यंग कपल्स को दो बच्चों के साथ मैच के पहले निकलते देखा, क्योंकि मैच निर्धारित समय से आगे चला गया था। जब मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि बच्चे सो रहे थे। एक घंटे की देरी के कारण उनका स्कूल जाने में असमंजस रहता। अगले किसी मैच के देखने पर उन्होंने कहा कि इस बारे में हमें सोचना होगा।



खिलाड़ी खुद समय की परवाह नहीं करते

आईपीएल देश में अधिकतर समय वेकेशन सीजन में खेला जाता है। हालांकि इसके बाद भी बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी टीमें इसे नजरअंदाज नहीं कर सकतीं। मैच में देरी के कारण क्या हैं? इसमें से कुछ को नहीं रोका जा सकता है। जैसे फ्लडलाइट अचानक बंद हो जाए या मैच सुपर ओवर में चला जाए। कई बार खिलाड़ी खुद समय की परवाह नहीं करते। स्लो ओवर रेट खेल के लिए अभिशाप है। कप्तान और गेंदबाज फिल्डिंग को लेकर कई बार अधिक चर्चा करते हैं, जिससे अधिक समय खर्च होता है। टी-20 फॉर्मेट में समय महत्वपूर्ण है। कप्तान और खिलाड़ी इस पर ध्यान इसलिए नहीं देते, क्योंकि पेनल्टी अधिक नहीं है।



कैरेबियाई प्रीमियर लीग के नियम को अपनाए आईपीएल

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी टॉम मूडी का कहना है कि आईपीएल को कैरेबियाई प्रीमियर लीग के नियम को अपनाना चाहिए, जहां स्लो ओवर रेन पर टीम के रनरेट पर असर पड़ता है। यह एक अच्छा सुझाव है, क्योंकि यह सीधे टीम की संभावनाओं को प्रभावित करता है। मैं इससे आगे जाता हूं और कहता हूं कि यह नियम और जुर्माने दोनों होने चाहिए। मैच में देरी को रोकने को कई रास्ते हो सकते हैं। हमें वहीं करना चाहिए, जिसका सबसे ज्यादा असर हो।


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