हैदराबाद : भारत के सबसे सफल गेंदबाजों की सूची में अनिल कुंबले का नाम जरूर आता है. उन्होंने अपने एतिहासिक क्रिकेट करियर में 619 टेस्ट विकेट और 337 वनडे विकेट चटकाए हैं- ये किसी भी भारतीय गेंदबाज के मुकाबले दोनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा हैं. साथ ही ऑफ स्पिनर कुंबले भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में एक पारी में 10 विकेट लेने वाले इकलौते भारतीय गेंदबाज भी हैं. उन्होंने साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ नई दिल्ली के फिरोज शाह कोटला मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच मं लिया था. जब कुंबले अपने करियर में जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे थे वैसे-वैसे उनकी तुलना ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न और श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन से की जाने लगी.
![अनिल कुंबले का टेस्ट करियर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8143576_anil.jpg)
वॉर्न और मुरलीधरन दोनों ही टेस्ट और वनडे फॉर्मेट के कामयाब गेंदबाज थे. दोनों को कुंबले के साथ इतिहास का सर्वश्रेष्ठ स्पिनर माना जाता है. अब हाल ही में एक इंटरव्यू में कुंबले ने बताया है कि जब उनकी तुलना इन दिग्गजों से की जाती थी तब उनको कैसा लगता था.
कुंबले ने कहा, "बहुत मुश्किल होता था जब लोग उन दोनों से मेरी तुलना करते थे, वो गेंद को कहीं भी स्पिन करवा सकते हैं. मेरे लिए मुश्किल था जब मेरी तुलना वॉर्न और मुरली से होती थी."
![अनिल कुंबले](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/ppppppppppppp_2307newsroom_1595502245_175.jpg)
उन्होंने आगे कहा, "मुरली, मैं उनको कई बार देखता था क्योंकि भारत-श्रीलंका सीरीज होती रहती थी. जब भी मैं कोई कामयाबी हासिल करता था तब मुरली मुझे बधाई देते हुए मैसेज करते थे. मैं उनको पहले ही बधाई देता था, मैंने कहा था कि 500 विकेट पूरे होने में 30 विकेट ही चाहिए आपको. वो कहते थे, नहीं नहीं, अभी इसमें समय है. मैं कहता था कि तीन टेस्ट मैच और आपको चाहिए."
![अनिल कुंबले](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/jpg_2706newsroom_1593257637_761.jpg)
पूर्व भारतीय गेंदबाज ने कहा, "हम सबके बीच अच्छे संबंध हैं (वॉर्न, मेरे और मुरली). ये देख कर अच्छा लगता है कि हम सबने अपने-अपने देश का के लिए अच्छी क्रिकेट खेली है."