पालेकल (श्रीलंका): श्रीलंका की टीम बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट क्रिकेट श्रृंखला के लिए घरेलू मैदान पर उतरेगी तो उसकी कोशिश लंबे समय के बाद इस प्रारूप में जीत दर्ज करने की होगी.
श्रीलंका ने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में पिछली सफलता जनवरी 2020 में हासिल की थी और कोच मिकी आर्थर चाहेंगे कि उनकी टीम श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के साथ इस इंजतार को खत्म करें.
श्रीलंका की टीम ने जनवरी 2020 के बाद छह टेस्ट मैच खेले और ज्यादातर मैचों में बेहतर स्थिति में होने के बाद भी टीम जीत दर्ज करने में नाकाम रही. दक्षिण अफ्रीका दौरे पर उसे 2-0 की हार के बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर भी इसी अंतर से हार का सामना करना पड़ा. वेस्टइंडीज दौरे पर दोनो टेस्ट ड्रा रहे.
आर्थर ने कहा, "हमने मौकों के साथ अपने ऊपर दबाव के क्षणों में दमखम दिखाने जबकि विरोधी टीम के दबाव में होने पर नकेल को और कसने के बारे बात की है."
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बांग्लादेश के खिलाफ श्रीलंका का रिकॉर्ड शानदार है और उसने 20 में से 16 मैचों में जीत दर्ज की है. बांग्लादेश को एकमात्र जीत 2017 में मिली है.
बांग्लादेश की टीम ने हाल के समय में संघर्ष किया है. वेस्टइंडीज के खिलाफ उसे घरेलू श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ा जबकि न्यूजीलैंड दौरे पर टीम सीमित ओवरों के सभी छह मैच हार गई.
टीम को हरफनमौला शाकिब अल-हसन और तेज गेंदबाज मुस्तफिजूर रहमान जैसे शीर्ष खिलाड़ियों की सेवाएं नहीं मिलेगी जो इंडियन प्रीमियर लीग में भाग ले रहे है.
बांग्लादेश के कप्तान मोमिनुल हक ने कहा, "घरेलू मैदान में श्रीलंका की टीम काफी मजबूत है. हमारे लिए ये चुनौती होगी. अच्छे परिणाम के लिए हमें इस चुनौती से निपटना होगा."