धर्मशाला: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में खेले जा रहे वनडे वर्ल्ड कप के आखिरी मैच में ऑस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को 5 रनों से शिकस्त दी. वहीं, जीत के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कंगारू टीम की ओर से शतकीय पारी खेलने वाले ट्रेविस हेड ने कहा हम बड़ा स्कोर करने के बाद आत्मविश्वास से भरे थे, लेकिन काफी रोमांचक मुकाबला हुआ. उन्होंने कहा कि वार्नर के साथ पार्टनरशिप का अच्छा अनुभव रहा, उन्होंने काफी अटैकिंग क्रिकेट खेली.
ट्रेविस हेड ने कहा कि धर्मशाला की विकेट ने भी अच्छा खेल दिखाया, जिससे हम पहले की मैचों की तरह बड़ा स्कोर बना पाए. फील्डिंग करने का भी बेहतरीन अनुभव रहा क्रिकेट कमबैक करने वाली गेम है, जिससे ही हम पूरी तरह से वापसी कर पाएं हैं. अब मैच खेलते हुए टीम आत्मविश्वास के साथ खेल रही है. उन्होंने कहा वर्ल्ड कप में आधे टूर्नामेंट के बाद मैदान में उतरने का मौका मिला, लेकिन में पूरी तरह से अपनी टीम के साथ ही था और आज मौका मिला तो बेहतरीन रहा. मूझे उम्मीद है कि आगे भी इसी तरह का क्रम जारी रहेगा.
ऑस्ट्रेलिया टीम ने किया बेहतर प्रदर्शन: ट्रेविस हेड ने कहा कि टीम ऑस्ट्रेलिया एक बार फिर से फॉर्म में आ गई है और पिछले दो मुकाबलों में टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया है. वहीं, धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए मैच के दौरान भी आज ऑस्ट्रेलिया की टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया है. उम्मीद है कि टीम अपने आगामी मैचों में भी इसी तरह से अच्छा प्रदर्शन करेगी.
न्यूजीलैंड टीम के बल्लेबाजो ने दिखाया बेहतरीन खेल: न्यूजीलैंड के तरफ से शतक लगाने वाले बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने प्रेस से बातचीत में कहा कि ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक बड़े स्कोर न्यूजीलैंड टीम के सामने खड़ा कर दिया था, लेकिन न्यूजीलैंड टीम के बल्लेबाज भी स्कोर को चेज करने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान न्यूजीलैंड टीम के बल्लेबाजो ने बेहतरीन खेल दिखाया. रचिन ने कहा कि टीम के अनुभवी बल्लेबाजों के साथ खेलना और पार्टनरशिप करना बेहतरीन रहा, ऑस्ट्रेलिया के पास बेहतरीन बॉलिंग अटैक है, इसमें कोई शक नहीं, लेकिन हमने अपनी गेम खेली.
भारत के ही रहें हैं मेरे पूर्वज: रचिन रविंद्र ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से बड़ा स्कोर करना टीम के लिए आगे भी मदद करेगा. धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम में दर्शकों की ओर से बेहतर रिस्पांस मिलना बहुत रोमांचक रहा. भारत में खेलने का अनुभव सही रहा है, यहां खेलने पर अधिक दबाव महसूस नहीं किया. मेरे पूर्वज भी भारत के ही रहें हैं, लेकिन अब कीवी टीम के लिए जी-जान से खेल रहे हैं.