दाम्बुला: जेमिमा रोड्रिगेज की वापसी पर खेली गई अहम पारी के बाद गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से भारतीय टीम ने गुरूवार को श्रीलंका के खिलाफ पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 34 रन से जीत दर्ज की. तीन मैचों की सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ भारत 1-0 से बढ़त बना लिया. महज 139 रन के स्कोर का बचाव करते हुए बायें हाथ की स्पिनर राधा यादव (22 रन देकर दो विकेट) ने पावरप्ले के बाद अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और खतरनाक दिख रही श्रीलंकाई कप्तान चामरी अटापट्टू (16 रन) और हर्षिता मादावी (10 रन) को तीन गेंद के अंदर आउट कर दिया.
सात ओवर में श्रीलंका ने 27 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद टीम दबाव में आ गई और वह कभी भी लक्ष्य के करीब पहुंचती नहीं दिखी. फिर तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर की कसी गेंदबाजी ने उसकी उम्मीदें तोड़ दी जिन्होंने चार ओवर में एक मेडन से 13 रन देकर एक विकेट झटका.
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दीप्ति शर्मा ने भारत को अच्छी शुरूआत कराई जिन्होंने सलामी बल्लेबाज वी गुणरत्ने (शून्य) को दूसरे ही ओवर में आउट कर दिया. इस सीनियर ऑफ स्पिनर ने पावरप्ले में बेहतरीन गेंदबाजी की और उन्होंने तीन ओवर में एक मेडन से नौ रन देकर एक विकेट झटका.
दीप्ति ने साथ ही डीप स्क्वायर लेग में दौड़ते हुए एक बेहतरीन कैच भी लपका जिससे राधा यादव को दिन का अपना दूसरा विकेट मिला. कविशा दिलहारी मेजबान टीम के लिए अकेले दम पर जुटी थी जिन्होंने 49 गेंद में छह चौकों की मदद से 47 रन बनाये लेकिन भारत की शीर्ष स्तरीय गेंदबाजी और बेहतरीन क्षेत्ररक्षण ने सुनिश्चित किया कि उसकी टीम तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ले.
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मेजबानों को अंतिम पांच ओवर में 78 रन की दरकार थी और कविशा ने हरमनप्रीत कौर और राधा यादव के खिलाफ कुछ बाउंड्री लगाई. लेकिन इतना ही काफी नहीं था क्योंकि भारतीयों ने घरेलू टीम की रन गति पर लगाम कस रखी थी और उन्हें पारी में एक भी छक्का नहीं लगाने दिया. शेफाली वर्मा ने अंतिम ओवरों में अमा कंचना (11) को आउट कर दिया जिसके बाद श्रीलंका की टीम 20 ओवर में पांच विकेट पर 104 रन ही बना सकी.
सीरीज का दूसरा मैच शनिवार को खेला जायेगा.
इससे पहले बल्लेबाजी का फैसला करने के बाद भारत ने श्रीलंका की अनुशासित गेंदबाजी के सामने रोड्रिगेज की 27 गेंद में 36 रन की पारी की मदद से छह विकेट पर 138 रन का स्कोर खड़ा किया. सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (01) का विकेट पारी के तीसरे ओवर में ही खो दिया. 25 साल की भारतीय खिलाड़ी हाथ खोलने के प्रयास में अनुभवी ओाशादी का शिकार बनीं. वह शॉट खेलने की कोशिश में गेंद सीधे मिडऑन पर खड़ी चामरी अटापट्टू को कैच दे बैठीं.
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सभिनेनी मेघना एक भी रन नहीं जोड़ सकीं और अनुभवी राणासिंघे ने उन्हें ड्रेसिंग रूम में भेज दिया. गर्म और उमस भरे हालात में शुरू में ही दो विकेट गंवाने के बाद टीम पर दबाव साफ दिख रहा था. हरमनप्रीत और शेफाली वर्मा की जोड़ी ने इस नाजुक स्थिति को संभाला.
शेफाली (31 रन) आउट होने वाली तीसरी खिलाड़ी रही जिन्हें अटापट्टू ने अपना शिकार बनाया जब वह बड़ा शॉट खेलने का प्रयास कर रही थीं. श्रीलंकाई गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी कर सुनिश्चित किया कि उन्हें जल्द ही बड़ा विकेट मिल जाए और ऐसा हुआ भी जब कप्तान हरमनप्रीत (22) 11वें ओवर में स्पिनर इनोका राणावीरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुई.
राणावीरा ने दो और विकेट अपने नाम किए, उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज रिचा घोष (11) और पूजा वस्त्राकर (14) के विकेट लेकर मेहमान टीम के 17 ओवर में छह विकेट झटक लिए थे जबकि उसका स्कोर महज 106 रन था.
टीम में वापसी कर रही रोड्रिगेज ने भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई. पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी रोड्रिगेज दबाव में नहीं आई और उन्होंने टीम के लिए अहम रन जुटाए. उन्होंने तीन चौके और एक छक्का जमाया और दूसरे छोर पर दीप्ति शर्मा ने आठ गेंद में 17 रन जोड़े.