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जिंदगी की वॉरियर बनीं 'केबीसी' विनर! - noopur singh was decleared dead at birth

मृत समझकर कचरे के ढेर में फेंक दी गई लड़की ने 29 साल बाद फिजिकली डिसएबल्ड होने के बावजूद देश के सबसे बड़े क्विज गेम शो 'कौन बनेगा करोड़पति(KBC)' में विनर बनीं. जानिए कौन हैं वह...

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Published : Aug 28, 2019, 12:34 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 2:19 PM IST

उन्नावः कानपुर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने उसे बॉर्नडेड(पैदा होते ही मृत) घोषित कर दिया था और उसे कचरे में फेंक दिया गया. एक रिश्तेदार ने उस नवजात में सांस देखी और उसे उठा लिया.


वह बेबी गर्ल पैदाइश के कुछ मिनटों बाद तक डॉक्टर्स की लापरवाही की वजह से फिजकली चैलेंज्ड रूप में बड़ी हुई.

29 साल बाद, उसी नूपुर सिंह ने, देश के सबसे बडे़ टेलीविजन गेम शो जिसे हॉस्ट करते हैं देश के सबसे बड़े सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, उस शो में 12.5 लाख रूपये जीते. नूपुर ने शो में 12 सवालों के जवाब दिए.

पढ़ें- बिग-बी रखते हैं अपने परिवार को 'KBC' से दूर, मगर क्यों?

उन्नाव जिले के बीघापुर में रहने वाली नूपुर किसान रामकुमार सिंह और कल्पना सिंह की पुत्री है.

मां कल्पना ने बच्ची की इस जीत पर कहा, "नूपुर अपनी अक्षमता के बावजूद हमेशा से अच्छी स्टूडेंट रही है. वह इंटरमीडिएट की मेरिट लिस्ट में थी और पहली बार में बी.एड. का एंट्रेंस निकाला था. आज वह प्ले ग्रुप में बच्चों को पढ़ाती है और 10वीं तक के बच्चों को ट्यूशन भी देती है."

नूपुर की गैरवान्वित मां ने उसकी केबीसी जर्नी के बारे में बात करते हुए कहा, "जब यह सीजन शुरू हुआ, हमने उसे अप्लाई करने के लिए कहा और वह सेलेक्ट हो गई. जब उसने 12.5 लाख जीते तो हमारी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था."

नूपुर और उसकी मां ने यह भी कहा कि उन्हें डॉक्टर्स से कोई शिकवा नहीं है. मां ने आगे कहा, "वह कहती है यह उसकी किस्मत है और वह इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं मानती."

केबीसी में प्राइज मनी जीतने के बाद नूपुर अपने गांव की स्टार बन गईं हैं और लोग उससे मिलने के लिए उसके घर तक आते हैं.

उन्नावः कानपुर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने उसे बॉर्नडेड(पैदा होते ही मृत) घोषित कर दिया था और उसे कचरे में फेंक दिया गया. एक रिश्तेदार ने उस नवजात में सांस देखी और उसे उठा लिया.


वह बेबी गर्ल पैदाइश के कुछ मिनटों बाद तक डॉक्टर्स की लापरवाही की वजह से फिजकली चैलेंज्ड रूप में बड़ी हुई.

29 साल बाद, उसी नूपुर सिंह ने, देश के सबसे बडे़ टेलीविजन गेम शो जिसे हॉस्ट करते हैं देश के सबसे बड़े सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, उस शो में 12.5 लाख रूपये जीते. नूपुर ने शो में 12 सवालों के जवाब दिए.

पढ़ें- बिग-बी रखते हैं अपने परिवार को 'KBC' से दूर, मगर क्यों?

उन्नाव जिले के बीघापुर में रहने वाली नूपुर किसान रामकुमार सिंह और कल्पना सिंह की पुत्री है.

मां कल्पना ने बच्ची की इस जीत पर कहा, "नूपुर अपनी अक्षमता के बावजूद हमेशा से अच्छी स्टूडेंट रही है. वह इंटरमीडिएट की मेरिट लिस्ट में थी और पहली बार में बी.एड. का एंट्रेंस निकाला था. आज वह प्ले ग्रुप में बच्चों को पढ़ाती है और 10वीं तक के बच्चों को ट्यूशन भी देती है."

नूपुर की गैरवान्वित मां ने उसकी केबीसी जर्नी के बारे में बात करते हुए कहा, "जब यह सीजन शुरू हुआ, हमने उसे अप्लाई करने के लिए कहा और वह सेलेक्ट हो गई. जब उसने 12.5 लाख जीते तो हमारी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था."

नूपुर और उसकी मां ने यह भी कहा कि उन्हें डॉक्टर्स से कोई शिकवा नहीं है. मां ने आगे कहा, "वह कहती है यह उसकी किस्मत है और वह इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं मानती."

केबीसी में प्राइज मनी जीतने के बाद नूपुर अपने गांव की स्टार बन गईं हैं और लोग उससे मिलने के लिए उसके घर तक आते हैं.

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जिंदगी की वॉरियर बनीं 'केबीसी' विनर!

उन्नावः कानपुर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने उसे बॉर्नडेड(पैदा होते ही मृत) घोषित कर दिया था और उसे कचरे में फेंक दिया गया. एक रिश्तेदार ने उस नवजात में सांस देखी और उसे उठा लिया.

वह बेबी गर्ल पैदाइश के कुछ मिनटों बाद तक डॉक्टर्स की लापरवाही की वजह से फिजकली चैलेंज्ड रूप में बड़ी हुई.

29 साल बाद, उसी नूपुर सिंह ने, देश के सबसे बडे़ टेलीविजन गेम शो जिसे हॉस्ट करते हैं देश के सबसे बड़े सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, उस शो में 12.5 लाख रूपये जीते. नूपुर ने शो में 12 सवालों के जवाब दिए.

उन्नाव जिले के बीघापुर में रहने वाली नूपुर किसान रामकुमार सिंह और कल्पना सिंह की पुत्री है.

मां कल्पना ने बच्ची की इस जीत पर कहा, "नूपुर अपनी अक्षमता के बावजूद हमेशा से अच्छी स्टूडेंट रही है. वह इंटरमीडिएट की मेरिट लिस्ट में थी और पहली बार में बी.एड. का एंट्रेंस निकाला था. आज वह प्ले ग्रुप में बच्चों को पढ़ाती है और 10वीं तक के बच्चों को ट्यूशन भी देती है."

नूपुर की गैरवान्वित मां ने उसकी केबीसी जर्नी के बारे में बात करते हुए कहा, "जब यह सीजन शुरू हुआ, हमने उसे अप्लाई करने के लिए कहा और वह सेलेक्ट हो गई. जब उसने 12.5 लाख जीते तो हमारी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था."

नूपुर और उसकी मां ने यह भी कहा कि उन्हें डॉक्टर्स से कोई शिकवा नहीं है. मां ने आगे कहा, "वह कहती है यह उसकी किस्मत है और वह इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं मानती."

केबीसी में प्राइज मनी जीतने के बाद नूपुर अपने गांव की स्टार बन गईं हैं और लोग उससे मिलने के लिए उसके घर तक आते हैं.


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Last Updated : Sep 28, 2019, 2:19 PM IST
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