नई दिल्ली : कुरीन सिस्टम ने दुनिया का पहला वायु शोधन मास्क पेश किया है. मास्क के बारे में बात करते हुए कुरीन सिस्टम के सह-संस्थापक पावनीत पुरी ने बताया कि जब आप एक सामान्य मास्क-जैसे एन 95 पहनते हैं, तब आप हर बार हवा को बाहर निकालते हैं, यह मास्क इतने कड़े होते हैं कि, कोई भी कण गुजर नहीं सकता. हमने सांस लेने की समस्याओं से बचने के लिए एक मास्क तैयार किया है, जिसे मुंह के ठीक सामने लगे एक पंखे के साथ मोटर में एयर फिल्टर है.
उन्होंने कहा कि एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है, यह पोर्टेबल एयर प्यूरीफायर है इसलिए हमें बीआईएस से स्वीकृति की आवश्यकता है. यह आवश्यक रूप से मास्क के रूप में योग्य नहीं है. हम इस साल फरवरी से इस मास्क को बेच रहे हैं.
पुरी ने यह भी कहा कि पहला कुरीन एटम 2017 में लॉन्च किया गया था, लेकिन उस समय यह सिर्फ एक पोर्टेबल वायु शोधक था और बच्चे इसके डिजाइन के कारण शुरू में मास्क पहनना नहीं चाहते थे. आप जब भी चाहे एक छेद से मास्क को जोड़ सकते है और हवा सीधे आपके मुंह में चली जाती थी.
हालांकि इस बार हमने एक्सहेल्ड कार्बन डाइऑक्साइड के निकास और वेंटिलेशन पर भी काम किया. कुरीन एटम अत्याधुनिक मोटर और पंखे से लैस है, जो स्वच्छ हवा लेने में मदद करता है. इस मास्क से हवा चार परतों से होकर गुजरती है.
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इन परतों में शामिल हैं; विजिबल और बड़े कणों के लिए पूर्व फिल्टर यानी पीएम 10 और उससे ऊपर, धूल, पराग, पालतू जानवर, धुआं, आदि.
HEPA H14 फिल्टर, बैक्टीरियल फिल्टर (नैनो ग्रेड फिल्टरेशन) वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षा प्रदान करता है.
HEPA के उच्चतम ग्रेड का उपयोग आमतौर पर अस्पतालों और अन्य चिकित्सा सुविधाओं में कमरों को साफ करने के लिए किया जाता हैै, जो सभी प्रदूषकों के 99.99 प्रतिशत से पीएम 2.5 को कैप्चर करने के लिए अहम भूमिका निभाता हैं. यह 0.3 माइक्रोन तक सुरक्षा देता है.
यह मास्क सांस लेने में कठिनाई वाले रोगियों को अस्पतालों में व्यापक रूप से प्रदान किया जा रहा है. मास्क फेफड़ों के डिसॉडर से उबरने में मदद कर रहा है।