सैन फ्रांसिस्को: वैश्विक स्तर पर रैंसमवेयर के हमले 2021 की पहली छमाही में बढ़कर 304.7 मिलियन हो गए है, जो वर्ष 2020 के पूरे साल के कुल (304.6 मिलियन) को पार कर गया.
अप्रैल और मई में मामले काफी तेजी से बढ़े. साइबर सुरक्षा फर्म सोनिकवॉल ने केवल जून 2021 में 78.4 मिलियन रैंसमवेयर हमले दर्ज किए हैं. रैंसमवेयर ने यूएस (185 फीसदी) और यूके (144 फीसदी) में साल-दर-साल बड़े पैमाने पर स्पाइक्स देखा.
सोनिकवॉल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी बिल कॉनर ने कहा कि इस लेटेस्ट डेटा से पता चलता है कि परिष्कृत हमलावर अपनी रणनीति को अपना रहे हैं और वित्तीय लाभ प्राप्त करने और कलह बोने वाले रैंसमवेयर को अपना रहे हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी रिकॉर्ड किए गए रैंसमवेयर हमलों में से 64 प्रतिशत के लिए लेखांकन, रयूक, सेर्बर और सैमसम साल की पहली छमाही में शीर्ष तीन रैंसमवेयर परिवार थे, जैसा कि सोनिकवॉल कैप्चर लैब्स द्वारा दर्ज किया गया था.
यहां सबसे ज्यादा साइबर हमले
2021 की पहली छमाही में रैंसमवेयर से सबसे अधिक प्रभावित बड़े पांच देश अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील हैं. कॉनर ने कहा कि रिमोटली काम करने के साथ अभी भी व्यापक रूप से व्यवसायों को अत्यधिक जोखिम का सामना करना पड़ रहा है. अपराधियों को साइबर परिदृश्य में इस अनिश्चितता के बारे में पता है.
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उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि संगठन ज्ञात और अज्ञात दोनों खतरों से बचाने के लिए आधुनिक साइबर सुरक्षा दृष्टिकोण की ओर बढ़ें, खासकर जब हर कोई पहले से कहीं अधिक रिमोटली, मोबाइल पर और असुरक्षित रूप से काम कर रहा हो.
वैश्विक डेटा में स्पाइक्स के अनुसार, शोधकतार्ओं ने सरकार (917 प्रतिशत), शिक्षा (615 प्रतिशत), स्वास्थ्य सेवा (594 प्रतिशत) और खुदरा (264 प्रतिशत) संगठनों सहित प्रमुख कार्यक्षेत्रों में खतरनाक रैंसमवेयर स्पाइक्स को देखा है.
(इनपुट-आईएएनएस)