लंदन: कोविड-19 के खिलाफ कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीकाकरण से दिल के दौरे का कोई खतरा नहीं है, यह बात एक शोध में सामने आई है. अध्ययन का उद्देश्य दिल के दौरे के बाद मृत्यु दर पर कोविड -19 टीकाकरण के प्रभाव को देखना था. डॉक्टरों के नेतृत्व में किए गया अध्ययन कोविड-19 महामारी के बाद दिल के दौरे के मामलों में वृद्धि के बीच आया है, जिसे अक्सर टीकाकरण ( Effect of vaccination ) से जोड़ा गया है.
ChatGPT का इस्तेमाल जागरूक करेगा : ओपनएआई का चैटजीपीटी जैब (वैक्सीनेशन) सेफ्टी के बारे में सोशल मीडिया पर मिथकों को दूर करके वैक्सीन की खपत बढ़ाने में मदद कर सकता है. इसका पता एक स्टडी से चला है. स्पेन में सैंटियागो डी कॉम्पोस्टेला के इंस्टीट्यूटो डी इन्वेस्टिगेशन सैनिटेरिया (आईडीआईएस)- हॉस्पिटल क्लिनिको यूनिवर्सिटारियो के शोधकर्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) चैटबॉट से टॉप 50 सबसे ज्यादा बार पूछे जाने वाले कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित सवाल पूछे. उनमें मिथकों और फर्जी कहानियों पर आधारित सवाल शामिल थे, जैसे कि वैक्सीन लॉन्ग कोविड का कारण बनता है.
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#ChatGPT can help debunk myths on vaccine safety on social media: Study
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Read: https://t.co/AxyHTUnz2A pic.twitter.com/2sjoeMU9Ns
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Human Vaccines and Immunotherapeutics Journal में प्रकाशित परिणाम बताते हैं कि OpenAI ChatGPT ने सटीकता के लिए औसतन 10 में से 9 अंक प्राप्त किए. बाकी समय यह सही था, लेकिन दी गई जानकारी में कुछ कमियां रह गईं. इन निष्कर्षों के आधार पर, शोधकर्ताओं ने कहा कि एआई टूल जनता के लिए नॉन-टेक्निकल इंफॉर्मेशन का एक विश्वसनीय स्रोत है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके पास स्पेशलिस्ट साइंटिफिक नॉलेज नहीं है.
हालांकि, निष्कर्ष टेक्नोलॉजी के बारे में कुछ चिंताओं को उजागर करते हैं जैसे OpenAI ChatGPT कुछ स्थितियों में अपने उत्तर बदलता है. सैंटियागो डे कॉम्पोस्टेला विश्वविद्यालय में मेडिसिन संकाय के प्रोफेसर और मुख्य लेखक एंटोनियो सालास ने कहा, "कुल मिलाकर, ChatGPT उपलब्ध साइंटिफिक एविडेंस के अनुरूप एक नैरेटिव का निर्माण करता है, जो सोशल मीडिया पर प्रसारित मिथकों को खारिज करता है." "जिससे यह संभावित रूप से वैक्सीन की खपत में वृद्धि की सुविधा प्रदान करता है. चैटजीपीटी वैक्सीन और वैक्सीनेशन से संबंधित फर्जी सवालों का पता लगा सकता है. यह एआई जिस भाषा का उपयोग करता है, वह बहुत ज्यादा टेक्निकल नहीं है और इसलिए जनता के लिए आसानी से समझ में आती है."
सालास ने कहा, "हम स्वीकार करते हैं कि ChatGPT का वर्तमान वर्जन किसी एक्सपर्ट या साइंटिफिक एविडेंस की जगह नहीं ले सकता है. लेकिन, परिणाम बताते हैं कि यह जनता के लिए जानकारी का एक विश्वसनीय स्रोत हो सकता है." 2019 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए टॉप 10 खतरों में वैक्सीन हेजिटेशन को सूचीबद्ध किया. हाल ही में कोविड-19 महामारी के दौरान, सोशल मीडिया के माध्यम से फैली गलत सूचना ने टीकाकरण के प्रति जनता के अविश्वास को बढ़ावा दिया.
यह अध्ययन वर्तमान वैज्ञानिक साक्ष्यों के अनुरूप तथ्यों को सही पाने और कोविड वैक्सीन सुरक्षा के बारे में सटीक जानकारी साझा करने की ChatGPT की क्षमता का परीक्षण करने के लिए निर्धारित किया गया है. चैटजीपीटी ने उन प्रश्नों के सही उत्तर प्रदान किए, जो वास्तविक वैक्सीन मिथकों से उत्पन्न हुए थे और जिन्हें क्लीनिकल सिफारिश दिशानिर्देशों में गलत या सही मतभेद माना गया था. हालांकि, अनुसंधान टीम वैक्सीन संबंधी जानकारी प्रदान करने में OpenAI ChatGPT की कमियों पर प्रकाश डालती है.
(आईएएनएस)