तेहरान : ईरान के अधिकारियों ने एक फ्रांसीसी पर्यटक पर जासूसी करने और सरकारी तंत्र के खिलाफ झूठा प्रचार करने का आरोप लगाया है. फ्रांसीसी पर्यटक के वकील ने रविवार को इस बात की जानकारी दी. ईरान और पश्चिम देशों के बीच बढ़ते हुए तनाव के बीच विदेशी पर्यटकों के खिलाफ कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं.
दरअसल, बेंजामिन बेरियर नामक एक फ्रांसीसी पर्यटक को पिछले साल मई में एक रेगिस्तानी इलाके में तस्वीरें लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उस इलाके में फोटोग्राफी करना प्रतिबंधित है. बेंजामिन पर यह भी आरोप है कि उसने ईरान में महिलाओं के लिए अनिवार्य इस्लामिक हिजाब को लेकर भी मीडिया में सवाल खड़े किए थे.
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ईरान के कानून के मुताबिक, जासूसी का दोषी पाए जाने पर बेंजामिन को 10 साल की जेल हो सकती है, जबकि सरकारी तंत्र के खिलाफ झूठा प्रचार करने के मामले में भी तीन महीने से लेकर एक साल की सजा का प्रावधान है.
बेंजामिन का मामला ईरान के उत्तरपूर्वी शहर मशहदी में न्याय विभाग के पास है और उसी ने उन पर यह आरोप तय किए हैं. ईरान में मानवाधिकार समूहों का आरोप है कि ईरान की सुरक्षा एजेंसियों में मौजूद कट्टरपंथी विदेशी कैदियों का इस्तेमाल धन कमाने के अलावा पश्चिम के साथ बातचीत में सौदेबाजी करने के लिए करते हैं.
गौरतलब है कि मार्च में दोहरी नागरिकता वाली प्रख्यात ब्रिटिश-ईरानी नागरिक नाजनीन जगारी-रैटक्लिफ को पांच साल की जेल काटने के बाद ऐसे ही एक मामले में अदालत में पेश किया गया था.
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ईरान प्रतिबंधों से राहत देने को लेकर अमेरिका के अलावा फ्रांस और ब्रिटेन समेत अन्य यूरोपीय देशों पर लगातार दबाव बना रहा है.