वाशिंगटन (यूएस) : अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों ने सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच संघर्ष के कारण सूडान में हिंसा की निंदा की है.सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच तनाव के बाद दोनों के बीच गोलाबारी और विस्फोटों की सूचना मिली. जिसमें कम से कम 25 लोगों की जान चली गई और लगभग 183 लोग घायल हो गए. हिंसा की वृद्धि की निंदा करते हुए, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि सूडान में स्थिति नाजुक बनी हुई है. इसके बावजूद वहां की लोकतांत्रिक सरकार अच्छा काम कर रही है.
ब्लिंकेन ने हनोई, वियतनाम से ट्वीट किया कि हम सभी से तुरंत हिंसा रोकने और बातचीत कर मामले को सुलझाने की अपील कर रहे हैं. इसके अलावा, सूडान में अमेरिकी राजदूत जॉन गॉडफ्रे ने भी शांति की अपील की और कहा कि सीधी और हिसंक लड़ाई से किसी समस्या का हल नहीं निकलेगा. उन्होंने ट्वीट किया कि मैं तत्काल वरिष्ठ सैन्य नेताओं से लड़ाई बंद करने का आह्वान करता हूं. यूनाइटेड किंगडम (यूके) के विदेश सचिव जेम्स क्लीवरली ने भी सशस्त्र बलों और आरएसएफ के बीच संघर्ष के बाद सूडान को हिलाकर रख देने वाली क्रूर हिंसा की निंदा की है. उन्होंने कहा कि सूडान में चल रही हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए.
पढ़ें : Religious leaders join Guterres: गुतारेस और धार्मिक नेताओं ने शांति की प्रार्थना की
संयुक्त अरब अमीरात ने सूडान में सभी पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने और बातचीत के माध्यम से संकट को समाप्त करने की दिशा में काम करने का आग्रह किया. अल जजीरा ने डब्ल्यूएएम राज्य समाचार एजेंसी के हवाले से यह जानकारी दी. फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने भी सूडान की राजधानी खार्तूम में तनाव बढ़ने पर चिंता व्यक्त की और हिंसा को रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने का आह्वान किया.
पढ़ें : South Africa News : गुप्ता बंधु अब भी दक्षिण अफ्रीका के नागरिक : गृह मंत्री मोत्सोआलेदी
(एएनआई)