वाशिंगटन : मीडिया रिपोर्टों के हवाले से राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि उन्होंने "लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय समुद्री जहाजों के खिलाफ अभूतपूर्व हौथी हमलों के जवाब में" हमले का आदेश दिया है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के नेतृत्व वाले गठबंधन ने गुरुवार को यमन में ईरान-गठबंधन हौथी आतंकवादियों पर हमला किया. समूह द्वारा लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर हमला रोकने के लिए बाइडेन प्रशासन और अन्य सरकारों की चेतावनियों को नजरअंदाज करने के बाद यह कदम उठाया गया.
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President #JoeBiden has said that he ordered the strikes "in direct response to unprecedented #Houthi attacks against international maritime vessels in the #RedSea" as quoted by media reports.
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A US-led coalition struck #Iran-aligned #Houthi militants in #Yemen on Thursday, a… pic.twitter.com/OHkvqIId44
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गुरुवार को एक बयान में, राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि ये हमले हौथिस द्वारा इस्तेमाल किए गए लक्ष्यों पर निर्देशित थे. सीएनएन की रिपोर्ट के हवाले से उन्होंने कहा, "इन हमलों ने अमेरिकी कर्मियों, नागरिक नाविकों और हमारे सहयोगियों, व्यापार और नेविगेशन की स्वतंत्रता को खतरे में डाल दिया है." बाइडेन ने कहा कि वह "आवश्यकतानुसार हमारे लोगों की सुरक्षा और अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्य के मुक्त प्रवाह के लिए उपायों को निर्देशित करने में संकोच नहीं करेंगे."
वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने लाल सागर में संकट को "सहायता और बढ़ावा" देने के लिए ईरान को दोषी ठहराया और कहा कि अगर तेहरान की तकनीकी और खुफिया सहायता नहीं होती, तो हौथिस नौवहन मार्ग को खतरे में डालने में असमर्थ होते. राष्ट्रपति बाइडेन ने सीएनएन रिपोर्ट के हवाले से व्हाइट हाउस द्वारा जारी एक बयान में कहा,"आज, मेरे निर्देश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने यूके के साथ मिलकर और ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड के समर्थन से यमन में कई ठिकानों पर हमले किए, जिनका इस्तेमाल हौथी विद्रोहियों ने नेविगेशन की स्वतंत्रता को खतरे में डालने के लिए किया था.“
ये हमले लड़ाकू विमानों और टॉमहॉक मिसाइलों से किए गए थे. एक अमेरिकी अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि एक दर्जन से अधिक हौथी ठिकानों पर हवा, सतह और उप प्लेटफार्मों से दागी गई मिसाइलों से हमला किया गया. इनमें रडार सिस्टम, ड्रोन भंडारण और प्रक्षेपण स्थल, बैलिस्टिक मिसाइल भंडारण और प्रक्षेपण स्थल, और क्रूज मिसाइल भंडारण और प्रक्षेपण स्थल शामिल थे.