वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका के क्वाड फेलो के पहले दस्ते को शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि युवा फेलो क्वाड देशों को और करीब ले आएंगे. क्वाड देशों के नेताओं ने इस साल मई में 'क्वाड फेलोशिप' शुरू की थी, जो अपनी तरह का पहला छात्रवृत्ति कार्यक्रम है. इसे चारों सदस्य देशों के अगली पीढ़ी के वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों के बीच संवाद कायम करने के मकसद से तैयार किया गया है.
पढ़ें: एयर इंडिया के विमान का टायर फटा, काठमांडू से दिल्ली जाने वाली उड़ान रद्द
'क्वाड फेलोशिप' के तहत हर साल अमेरिका के अग्रणी एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) विश्वविद्यालयों से स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने के इच्छुक 100 छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. इनमें प्रत्येक सदस्य देश के 25-25 छात्र शामिल होते हैं. सुलिवन ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि आज हम 100 विविध, बहुविषयक, प्रेरक और असाधारण छात्रों के समूह का स्वागत करते हुए बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं. इनमें प्रत्येक क्वाड देश के 25-25 छात्र शामिल हैं, जो महान एसटीईएम पेशेवरों की अगली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं.
पढ़ें: भारत न केवल अमेरिका का एक सहयोगी, बल्कि एक बड़ी ताकत बनकर उभरेगा: व्हाइट हाउस अधिकारी
सुलिवन ने फेलो सदस्यों की भागीदारी की सराहना की. उन्होंने कहा कि इनमें से प्रत्येक फेलो ने हमारे चार महान लोकतंत्रों के बीच नवाचार और सहयोग को आगे बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का परिचय दिया है. उन्होंने हिंद प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ पूरी दुनिया के लिए एक बेहतर कल बनाने की दिशा में उत्साह का प्रदर्शन भी किया है. सुलिवन ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन में क्वाड साझेदारी को अभूतपूर्व ऊंचाइयों तक पहुंचाया गया है. यह आने वाले वर्षों में और बढ़ेगी. ये युवा क्वाड देशों को और करीब लाएंगे. उनके जज्बे को देखते हुए हमें यकीन है कि हमारा भविष्य सही हाथों में है.
पढ़ें: चीनी आर्थिक विकास शायद कभी कोविड से उबर नहीं सकेगा, क्या है वजह