वाशिंगटन डीसी : एक बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में, अमेरिकी सदन ने बुधवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ उनके बेटे के अंतरराष्ट्रीय लेनदेन को लेकर महाभियोग जांच को औपचारिक रूप देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. जीओपी के नेतृत्व वाले सदन ने प्रस्ताव पर 221-212 वोट दिए.
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राजनीतिक घटनाओं में यह विकास तब हुआ जब राष्ट्रपति के बेटे हंटर बाइडेन ने बंद दरवाजे में गवाही के लिए एक रिपब्लिकन जांचकर्ता के समन की अवहेलना की. हालांकि, कि राष्ट्रपति के बटे हंटर बाइडेन ने यह दोहराया कि वह राष्ट्रपति के खिलाफ जीओपी के नेतृत्व वाली जांच के हिस्से के रूप में सार्वजनिक रूप से गवाही देने को तैयार हैं.
राष्ट्रपति बाइडेन ने प्रस्ताव पर रिपब्लिकन सांसदों की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि महाभियोग जांच निराधार राजनीतिक स्टंट है. बाइडेन ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी लोगों को देश और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं पर कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस में अपने नेताओं की जरूरत है. उन्होंने संबंधित संघर्षों के संबंध में यूक्रेन और इजराइल के लिए वित्त पोषण को रोकने के लिए रिपब्लिकन की आलोचना की, साथ ही उन पर सीमा सुरक्षा को मजबूत करने का समर्थन नहीं करने का भी आरोप लगाया.
बाइडेन ने कहा कि मंगलवार को, मैंने यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात की, जो रूसी आक्रामकता के खिलाफ आजादी की लड़ाई में अपने लोगों का नेतृत्व कर रहे हैं. वह हमसे मदद मांगने के लिए अमेरिका आए थे. फिर भी कांग्रेस में रिपब्लिकन मदद के लिए कदम नहीं उठाएंगे. राष्ट्रपति ने कहा कि इजरायल के लोग आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं वे हमारी मदद का इंतजार कर रहे हैं. फिर भी कांग्रेस में रिपब्लिकन मदद के लिए कदम नहीं उठाएंगे.
उन्होंने आगे कहा कि हमें अपनी दक्षिणी सीमा पर स्थिति का समाधान करना होगा, और मैं समस्या को ठीक करने का प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हूं. हमें सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए धन की आवश्यकता है, लेकिन कांग्रेस में रिपब्लिकन मदद के लिए कार्रवाई नहीं करेंगे.
बाइडेन का यह बयान रिपब्लिकन की ओर से यूक्रेन और इजराइल के लिए नई सुरक्षा सहायता प्रदान करने वाले एक आपातकालीन व्यय बिल को अवरुद्ध करने के बाद आया है. दूसरी ओर रिपब्लिकन मेक्सिको के साथ अमेरिकी सीमा पर अवैध घुसपैठ के खिलाफ सख्त कदम उठाने का दबाव डाल रहे हैं.
बुधवार को बाइडेन ने कहा कि हमें अर्थव्यवस्था पर अपनी प्रगति जारी रखने और यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि मुद्रास्फीति नीचे जाती रहे और नौकरी की वृद्धि बढ़ती रहे. इसका मतलब है कि हमे सरकारी शटडाउन जैसे स्वयं-प्रदत्त आर्थिक संकटों से बचना होगा. उन्होंने आगे कहा कि बहुत काम किया जाना बाकी है. लेकिन रिपब्लिकन सांसद इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.