लंदन : ब्रिटेन में विपक्षी लेबर पार्टी ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति की बंद होने जा रही निवेश कंपनी को लेकर निशाना साधा है. इसके साथ ही पार्टी इस साल के आखिर में आम चुनाव की संभावना के मद्देनजर प्रचार अभियान में जुट गई है.
उसने इश्तहार देकर प्रधानमंत्री सुनक पर जनता के साथ नाइंसाफी करने का आरोप लगाया है. लेबर पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान के संयोजक पैट मैक फाड्डेन ने चार जनवरी को उप प्रधानमंत्री ओलिवर डाउडेन को लिखे पत्र को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. उस पत्र में मैक फाड्डेन ने मूर्ति के कैटामरन वेंचर्स को समेटने से जुड़ी स्थितियों पर सवाल उठाया है.
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की 43 वर्षीय व्यापारी पुत्री अक्षता मूर्ति ने 2013 में इस उद्यम को शुरू किया था. उनके पति ऋषि सुनक उसके एक निदेशक बने थे जिन्होंने 2015 में इस पद से इस्तीफा दे दिया. पिछले साल वित्तीय ब्योरे में सामने आया कि मूर्ति ने इस कंपनी को बंद करने का फैसला किया है.
मैक फाड्डेन ने ने 'एक्स' पर पोस्ट किया कि पिछले कुछ महीनों में कैटामरन वेंचर्स के व्यापारिक सौदों के बारे में कई रिपोर्ट सामने आयीं हैं. उन्होंने लिखा कि यह खुलासा हुआ कि प्रधानमंत्री की पत्नी की ओर से संचालित इस कंपनी को स्वयं ऋषि सुनक की ओर से तैयार की गयी कोविड सहयोग योजना के तहत 20 लाख पाउंड मिला. फिर यह सामने आया कि जिन कारोबार में श्रीमती मूर्ति ने पैसे लगाये, वह ठप हो गया.
जिसके कारण करदाताओं का 10 लाख पाउंड की चपत लगी. सहयोगियों और मैंने सरकार के मंत्रियों को कई पत्र लिखे. लंबित प्रश्नों के साथ, अपनी कंपनी को बंद करने के श्रीमती मूर्ति के फैसले से कई अन्य सवाल खड़े होते हैं, जिनपर मेरा मानना है कि जनहित में स्पष्टकरण की जरूरत है.