लंदन: ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद की दौड़ के अंतिम चरण में विदेश मंत्री लिज ट्रूस से मुकाबला कर रहे ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने रविवार को कहा कि कंजर्वेटिव पार्टी का अगला नेता और प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन के उत्तराधिकारी के रूप में चुने जाने के मामले में पार्टी के सदस्यों के लिए नस्लवाद कोई कारक नहीं है. पूर्व वित्त मंत्री रहे ऋषि सुनक ने कहा कि अगले सप्ताह टोरी सदस्यों के डाक मतपत्र के दौरान लिंग या जातीयता जैसे कारक की कोई भूमिका नहीं रहेगी.
सुनक का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब भारतीय मूल के व्यवसायी और कंजर्वेटिव पार्टी से जुड़े लॉर्ड रामी रेंजर ने पिछले हफ्ते एक वीडियो में कहा था कि अगर सुनक टोरी नेतृत्व का चुनाव हार जाते हैं तो ब्रिटेन को नस्लवादी के रूप में देखा जाएगा. सुनक ने एक साक्षात्कार में कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह किसी (सदस्य) के निर्णय में एक कारक है. मुझे नहीं लगता कि यह सही है.'
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उन्होंने कहा, 'मैं रिचमॉण्ड से पार्लियामेंट का सदस्य चुना गया. हमारे सदस्यों ने किसी अन्य चीज के बजाय योग्यता को प्राथमिकता दी. मुझे पूरा विश्वास है कि जब वह इस सवाल पर विचार करेंगे, वह केवल इस बात को प्राथमिकता देंगे कि प्रधानमंत्री बनने के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति कौन है. लिंग, जातीयता और अन्य किसी भी चीज की कोई भूमिका नहीं होगी.' पत्नी अक्षता मूर्ति के इन्फोसिस शेयरों से जुड़े टैक्स मामले पर हुए हमलों का हवाला देते हुए सुनक ने कहा, 'यह बहुत पुरानी बात नहीं है और मैं स्पष्ट कर चुका हूं कि मेरा इस मसले से कभी कोई संबंध नहीं रहा है.'
(पीटीआई-भाषा)