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पाकिस्तान : हिंसक हुआ इमरान का 'आजादी मार्च', आगजनी होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के कार्यकर्ताओं ने इस्लामाबाद में आजादी मार्च शुरू किया. देश के कुछ हिस्सों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें हुईं हैं. प्रदर्शनकारियों ने आगजनी की तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े.

Pakistan on the boil as Imran Khans march
पाकिस्तान
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Published : May 26, 2022, 8:13 AM IST

Updated : May 26, 2022, 1:30 PM IST

इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का आजादी मार्च हिंसक हो गया है (Pakistan on the boil as Imran Khan march to chaos continues). कई जगह पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई है. आगजनी के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. नए सिरे से चुनाव की मांग को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जनता से अपने-अपने शहरों में सड़कों पर उतरने का आह्वान किया था. इसी को लेकर पीटीआई कार्यकर्ता संघीय राजधानी में डी-चौक की ओर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई. एक पुलिस अधीक्षक घायल हो गया.वहीं, इमरान खान ने कसम ली है कि नए चुनाव की तारीख मिलने तक इस्लामाबाद का डी-चौक खाली नहीं करेंगे.

सीनेटर एओन अब्बास बुप्पी ने कहा, 'डी-चौक पर रात के 2.30 बजे हैं और गोलाबारी जारी है. भगवान जाने इमरान खान के आने से पहले वे और कितने राउंड गोलाबारी करेंगे.' इस्लामाबाद में इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प के बीच पीटीआई के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया गया, 'पाकिस्तान के लोगों द्वारा अपनी जान बचाने के लिए जबरदस्त प्रयास !! माशाअल्लाह, अल्लाह आप लोगो को सलामत रखें.' पाकिस्तान के एक पत्रकार ने 'इमरान खान के मार्च टू कैओस' शीर्षक से एक ओपिनियन पीस में कहा कि इस्लामाबाद में पीटीआई मार्च पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के बाद देश राजनीतिक टकराव की ओर बढ़ रहा है.

डॉन अखबार के जाहिद हुसैन ने लिखा, 'विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई और राजधानी की सीलिंग ने बेहद अस्थिर स्थिति पैदा कर दी है. सरकार पहले से ही घबरा रही है.' इमरान खान द्वारा शुरू किए गए विरोध मार्च के कारण बढ़ती अशांति को नियंत्रित करने में विफल शहबाज शरीफ सरकार को रेड जोन की रक्षा के लिए सेना बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख ने गुरुवार तड़के इस्लामाबाद में प्रवेश किया.

इमरान खान की पार्टी के मार्च को देखते हुए पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट, संसद भवन, प्रेसीडेंसी, प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य सहित महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की सुरक्षा के आदेश दिए गए थे. वहीं, अधिकार समूहों ने इस्लामाबाद तक पीटीआई के मार्च को बाधित करने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मनमानी पर गहरी चिंता व्यक्त की है. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने ट्वीट किया, 'हम मानते हैं कि सभी नागरिकों और सभी राजनीतिक दलों को शांतिपूर्ण तरीके से इकट्ठा होने और विरोध करने का पूरा अधिकार है.' समूह ने कहा, 'सरकार और विपक्षी नेताओं पर परिपक्व, लोकतांत्रिक प्रतिक्रिया अपनाने और गतिरोध को समाप्त करने के लिए तुरंत बातचीत शुरू करने की जिम्मेदारी है.'

वहीं, इस्लामाबाद पुलिस ने एक बयान में कहा कि 'लॉन्ग मार्च प्रदर्शनकारियों' ने ब्लू एरिया में पेड़ों और वाहनों में आग लगा दी. पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, 'दमकल को बुलाया और कुछ जगहों पर आग बुझा दी गई, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने एक्सप्रेस चौक पर पेड़ों को फिर से आग लगा दी. रेड जोन में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.'

'चुनाव की तारीख मिलने तक इस्लामाबाद का डी-चौक खाली नहीं करेंगे' : पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार को कसम ली कि वह और उनके समर्थक इस्लामाबाद में डी-चौक को तब तक खाली नहीं करेंगे, जब तक कि 'आयातित सरकार' नए चुनाव की अंतिम तारीख नहीं दी जाती. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने यह टिप्पणी हसन अब्दाल में एक संक्षिप्त ठहराव के दौरान की, जो राजधानी से लगभग 50 किलोमीटर दूर है, क्योंकि उनके समर्थक रास्ते में बाधाओं के बावजूद उनसे आगे डी-चौक पहुंचे.

पढ़ें- इमरान के लॉन्ग मार्च पर पीएम शहबाज शरीफ का पहरा, पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी शुरू

इस्लामाबाद : पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का आजादी मार्च हिंसक हो गया है (Pakistan on the boil as Imran Khan march to chaos continues). कई जगह पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई है. आगजनी के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. नए सिरे से चुनाव की मांग को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने जनता से अपने-अपने शहरों में सड़कों पर उतरने का आह्वान किया था. इसी को लेकर पीटीआई कार्यकर्ता संघीय राजधानी में डी-चौक की ओर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई. एक पुलिस अधीक्षक घायल हो गया.वहीं, इमरान खान ने कसम ली है कि नए चुनाव की तारीख मिलने तक इस्लामाबाद का डी-चौक खाली नहीं करेंगे.

सीनेटर एओन अब्बास बुप्पी ने कहा, 'डी-चौक पर रात के 2.30 बजे हैं और गोलाबारी जारी है. भगवान जाने इमरान खान के आने से पहले वे और कितने राउंड गोलाबारी करेंगे.' इस्लामाबाद में इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प के बीच पीटीआई के आधिकारिक अकाउंट से ट्वीट किया गया, 'पाकिस्तान के लोगों द्वारा अपनी जान बचाने के लिए जबरदस्त प्रयास !! माशाअल्लाह, अल्लाह आप लोगो को सलामत रखें.' पाकिस्तान के एक पत्रकार ने 'इमरान खान के मार्च टू कैओस' शीर्षक से एक ओपिनियन पीस में कहा कि इस्लामाबाद में पीटीआई मार्च पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के बाद देश राजनीतिक टकराव की ओर बढ़ रहा है.

डॉन अखबार के जाहिद हुसैन ने लिखा, 'विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई और राजधानी की सीलिंग ने बेहद अस्थिर स्थिति पैदा कर दी है. सरकार पहले से ही घबरा रही है.' इमरान खान द्वारा शुरू किए गए विरोध मार्च के कारण बढ़ती अशांति को नियंत्रित करने में विफल शहबाज शरीफ सरकार को रेड जोन की रक्षा के लिए सेना बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख ने गुरुवार तड़के इस्लामाबाद में प्रवेश किया.

इमरान खान की पार्टी के मार्च को देखते हुए पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट, संसद भवन, प्रेसीडेंसी, प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य सहित महत्वपूर्ण सरकारी भवनों की सुरक्षा के आदेश दिए गए थे. वहीं, अधिकार समूहों ने इस्लामाबाद तक पीटीआई के मार्च को बाधित करने में कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मनमानी पर गहरी चिंता व्यक्त की है. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने ट्वीट किया, 'हम मानते हैं कि सभी नागरिकों और सभी राजनीतिक दलों को शांतिपूर्ण तरीके से इकट्ठा होने और विरोध करने का पूरा अधिकार है.' समूह ने कहा, 'सरकार और विपक्षी नेताओं पर परिपक्व, लोकतांत्रिक प्रतिक्रिया अपनाने और गतिरोध को समाप्त करने के लिए तुरंत बातचीत शुरू करने की जिम्मेदारी है.'

वहीं, इस्लामाबाद पुलिस ने एक बयान में कहा कि 'लॉन्ग मार्च प्रदर्शनकारियों' ने ब्लू एरिया में पेड़ों और वाहनों में आग लगा दी. पुलिस ने एक ट्वीट में कहा, 'दमकल को बुलाया और कुछ जगहों पर आग बुझा दी गई, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने एक्सप्रेस चौक पर पेड़ों को फिर से आग लगा दी. रेड जोन में सुरक्षा बढ़ा दी गई है.'

'चुनाव की तारीख मिलने तक इस्लामाबाद का डी-चौक खाली नहीं करेंगे' : पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने बुधवार को कसम ली कि वह और उनके समर्थक इस्लामाबाद में डी-चौक को तब तक खाली नहीं करेंगे, जब तक कि 'आयातित सरकार' नए चुनाव की अंतिम तारीख नहीं दी जाती. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने यह टिप्पणी हसन अब्दाल में एक संक्षिप्त ठहराव के दौरान की, जो राजधानी से लगभग 50 किलोमीटर दूर है, क्योंकि उनके समर्थक रास्ते में बाधाओं के बावजूद उनसे आगे डी-चौक पहुंचे.

पढ़ें- इमरान के लॉन्ग मार्च पर पीएम शहबाज शरीफ का पहरा, पीटीआई नेताओं की गिरफ्तारी शुरू

Last Updated : May 26, 2022, 1:30 PM IST
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