इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर भारतीय सैनिकों द्वारा संघर्षविराम का कथित उल्लंघन किए जाने को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए यहां भारत के उच्चायोग प्रभारी को तलब किया. पाकिस्तान ने दावा किया है कि इस घटना में उसके दो नागरिकों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया. पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के एक बयान के अनुसार, 'भारतीय सैनिकों द्वारा बेकसूर नागरिकों को निशाना बनाए जाने की निंदा करते हुए यह रेखांकित किया गया कि इस तरह के संवेदनहीन कृत्य 2003 के संघर्षविराम समझौते का स्पष्ट उल्लंघन करते हैं.'
हालांकि, भारतीय थलसेना ने कहा है कि तीन सशस्त्र पाकिस्तानी घुसपैठियों को सुरक्षाबलों ने उस वक्त मार गिराया, जब वे जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में एलओसी पर सीमा पार से भारतीय भू-भाग में छिपकर घुसने का प्रयास कर रहे थे.
थलसेना की जम्मू आधारित व्हाइट नाइट कोर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट में कहा, 'कृष्णाघाटी सेक्टर में 23/24 जून को घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई. इस दौरान एक सैनिक गोली लगने से घायल हो गया. नियंत्रण रेखा की तरफ दौड़ रहे तीन घुसपैठियों को सैनिकों ने मार गिराया जो नियंत्रण रेखा के नजदीक गिरते दिखे.'
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि नागरिकों को निशाना बनाना अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन है. इसने कहा कि भारतीय पक्ष से संघर्षविराम समझौते का सम्मान करने, घटना की जांच करने और नियंत्रण रेखा पर शांति बनाए रखने का आग्रह किया गया हैं.
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इससे पहले 23 जून को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उत्तरी कश्मीर में सीमांत जिले कुपवाड़ा के माछिल इलाके में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की असफल कोशिश के दौरान चार अज्ञात आतंकवादी मारे गए. एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि एक संयुक्त अभियान में सेना और पुलिस ने कुपवाड़ा के मच्छल सेक्टर के काला जंगल में चार आतंकवादियों को मार गिराया है, जो पीओजेके से हमारी तरफ घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे.
(पीटीआई-भाषा)