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ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के बाद लोकाचार पुलिस सड़कों पर लौटी - Iran

ईराम में इस्लामी पोशाक लागू करने के बाद लोकाचार (मॉरलिटी) पुलिस एक बार फिर सड़कों पर लौट आई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने फिर से गश्त शुरू कर दी है. ताकि हिजाब कानून को सख्ती से लागू किया जा सके.

Hizab rules in Iran
Hizab rules in Iran
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Published : Jul 17, 2023, 7:53 AM IST

तेहरान: हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के बाद हुई राष्ट्रव्यापी गिरफ्तारियों के महीनों बाद ईरान ने देश में अनिवार्य रूप से हिजाब लागू कर दिया है. हिजाब को लागू करने के अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए 'लोकाचार पुलिस' की गश्त फिर से शुरू कर दी है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी कानून प्रवर्तन बल के प्रवक्ता सईद ने रविवार को इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में पुलिस की गश्त चल रही है, ताकि लोगों पर नकेल कसी जा सके.

अल जजीरा ने मीडिया का हवाला देते हुए सईद के हवाले से कहा कि मॉरलिटी पुलिस चेतावनी जारी करेगी और फिर लोगों नए नियम के बारे में जानकारी देगी. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस को उम्मीद है कि हर कोई स्वीकृत ड्रेस कोड के अनुरूप होगा, इसलिए अधिकारियों के पास अन्य महत्वपूर्ण पुलिस मिशनों से निपटने के लिए अधिक समय होगा. अधिकारियों को महिलाओं और कभी-कभी पुरुषों को उनके कपड़े पहनने के तरीके को सही करने के लिए चेतावनी देने का काम सौंपा गया है.

इसमें महिलाओं को हेडस्कार्फ पहना होगा, नए आदेश तक महिलाओं के कपड़ों में काफी बदलाव हो सकता है. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार नियमों का उल्लंघन करने वाली महिलाओं को गिरफ्तार किया जा सकता है. आपको बता दें यह घटनाक्रम 22 वर्षीय महसा अमिनी की कथित ड्रेस कोड उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस हिरासत में मौत के 10 महीने बाद आया है. महसा अमिनी की मृत्यु के कारण देश भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जो महीनों तक चले.

इस साल की शुरुआत में पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म हो गये. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान 500 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गये और लगभग 20 हजार प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार विरोध प्रदर्शनों के बाद ईरानी अधिकारियों ने अनिवार्य हिजाब कानूनों को लागू करने के अत्यधिक टकराव वाले तरीकों से काफी हद तक परहेज किया था, जो देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के तुरंत बाद लागू किए गए थे. हालांकि, वह दृष्टिकोण अब धीरे-धीरे बदलता दिख रहा है.

ये भी पढ़ें-

पिछले कुछ महीनों से पुलिस हिजाब उल्लंघनकर्ताओं की पहचान करने के लिए निगरानी कैमरों का इस्तेमाल कर रही है. उन्हें चेतावनी दी जाती है, जुर्माना लगाया जाता है या अदालत में पेश किया जाता है, जो लोग अपने वाहनों में ड्रेस कोड का उल्लंघन करते पाए गए, उनकी कारें जब्त की जा सकती हैं.

अभिनेता मोहम्मद सादेघी गिरफ्तार: एक और घटना रविवार को हुई जब अभिनेता मोहम्मद सादेघी को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने एक दिन पहले एक वीडियो ऑनलाइन जारी किया था, जिसमें उन्होंने एक अन्य क्लिप पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें एक महिला अधिकारी को हिजाब पहनने पर एक महिला को दीवार के खिलाफ पकड़े हुए दिखाया गया था.

तेहरान: हिजाब विरोधी प्रदर्शनों के बाद हुई राष्ट्रव्यापी गिरफ्तारियों के महीनों बाद ईरान ने देश में अनिवार्य रूप से हिजाब लागू कर दिया है. हिजाब को लागू करने के अपने प्रयासों को बढ़ाने के लिए 'लोकाचार पुलिस' की गश्त फिर से शुरू कर दी है. अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी कानून प्रवर्तन बल के प्रवक्ता सईद ने रविवार को इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि इस संबंध में पुलिस की गश्त चल रही है, ताकि लोगों पर नकेल कसी जा सके.

अल जजीरा ने मीडिया का हवाला देते हुए सईद के हवाले से कहा कि मॉरलिटी पुलिस चेतावनी जारी करेगी और फिर लोगों नए नियम के बारे में जानकारी देगी. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस को उम्मीद है कि हर कोई स्वीकृत ड्रेस कोड के अनुरूप होगा, इसलिए अधिकारियों के पास अन्य महत्वपूर्ण पुलिस मिशनों से निपटने के लिए अधिक समय होगा. अधिकारियों को महिलाओं और कभी-कभी पुरुषों को उनके कपड़े पहनने के तरीके को सही करने के लिए चेतावनी देने का काम सौंपा गया है.

इसमें महिलाओं को हेडस्कार्फ पहना होगा, नए आदेश तक महिलाओं के कपड़ों में काफी बदलाव हो सकता है. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार नियमों का उल्लंघन करने वाली महिलाओं को गिरफ्तार किया जा सकता है. आपको बता दें यह घटनाक्रम 22 वर्षीय महसा अमिनी की कथित ड्रेस कोड उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस हिरासत में मौत के 10 महीने बाद आया है. महसा अमिनी की मृत्यु के कारण देश भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जो महीनों तक चले.

इस साल की शुरुआत में पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म हो गये. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान 500 से अधिक प्रदर्शनकारी मारे गये और लगभग 20 हजार प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया. अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार विरोध प्रदर्शनों के बाद ईरानी अधिकारियों ने अनिवार्य हिजाब कानूनों को लागू करने के अत्यधिक टकराव वाले तरीकों से काफी हद तक परहेज किया था, जो देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के तुरंत बाद लागू किए गए थे. हालांकि, वह दृष्टिकोण अब धीरे-धीरे बदलता दिख रहा है.

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पिछले कुछ महीनों से पुलिस हिजाब उल्लंघनकर्ताओं की पहचान करने के लिए निगरानी कैमरों का इस्तेमाल कर रही है. उन्हें चेतावनी दी जाती है, जुर्माना लगाया जाता है या अदालत में पेश किया जाता है, जो लोग अपने वाहनों में ड्रेस कोड का उल्लंघन करते पाए गए, उनकी कारें जब्त की जा सकती हैं.

अभिनेता मोहम्मद सादेघी गिरफ्तार: एक और घटना रविवार को हुई जब अभिनेता मोहम्मद सादेघी को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने एक दिन पहले एक वीडियो ऑनलाइन जारी किया था, जिसमें उन्होंने एक अन्य क्लिप पर प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें एक महिला अधिकारी को हिजाब पहनने पर एक महिला को दीवार के खिलाफ पकड़े हुए दिखाया गया था.

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