इस्लामाबाद (पाकिस्तान) : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को घोषणा की कि यदि मौजूदा गठबंधन सरकार 14 मई तक शेष विधानसभाओं को भंग कर देती है तो पीटीआई एक ही तारीख पर चुनाव के लिए तैयार है. जामन पार्क स्थित अपने आवास से शनिवार को टीवी पर देश को संबोधित करते हुए पीटीआई के अध्यक्ष ने कहा कि अगर आप (सरकार) 14 मई तक विधानसभा भंग करते हैं तो हम एक ही दिन चुनाव के लिए तैयार हैं.
इमरान ने कहा कि उनकी वार्ता टीम में पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष फवाद चौधरी और सीनेटर अली जफर शामिल हैं, जो 2 मई (मंगलवार) को सरकारी टीम के साथ महत्वपूर्ण चुनावी वार्ता पर बैठक के लिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि यह एक राष्ट्रीय चुनाव होगा और हम इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि यह एकमात्र तरीका है जिससे स्थिरता हासिल की जाएगी, अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और लोगों की स्थिति में बदलाव आएगी.
इमरान ने चुनाव के आह्वान से पहले नए बजट को पहले पारित करने का सुझाव देने के लिए सरकार के नेताओं को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि मुझे इसमें खराब इरादे का आभास होता है. उन्होंने कहा कि पहले चुनाव जीतो, पांच साल का जनादेश हासिल करो और फिर बजट पास करो. पीटीआई के अध्यक्ष ने सवाल किया कि उनके (सरकार) द्वारा बजट पेश करने का क्या मतलब है जब इसका भार किसी और को उठाना होगा. उन्होंने कहा कि 'असली बजट' वही होगा जो चुनाव जीतकर आयी सरकार पेश करेगी.
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पूर्व प्रधान मंत्री ने कहा कि बजट के बाद विधानसभाओं को भंग करने की कोई भी घोषणा पीटीआई के लिए 'अस्वीकार्य' होगी. अगर आप 14 मई तक विधानसभा भंग करने के लिए तैयार हैं तो हम संयुक्त चुनाव के लिए तैयार हैं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो सुप्रीम कोर्ट पहले ही 14 मई को पंजाब चुनाव का आदेश दे चुका है और उसके बाद हम खैबर पख्तूनख्वा में चुनाव के लिए शीर्ष अदालत की ओर रुख करेंगे.
इमरान ने कहा कि तीन प्रांतीय राजधानियों में एक मई (सोमवार) को रैलियां की जाएंगी. मैं लाहौर में दोपहर 1 बजे लिबर्टी से नासिर बाग तक रैली का नेतृत्व करूंगा. कुरैशी उसी समय इस्लामाबाद रैली का नेतृत्व करेंगे और परवेज खट्टक पेशावर रैली का नेतृत्व करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि रैली का उद्देश्य संविधान और देश को बचाना है. इमरान ने कानूनी समुदाय और मजदूर वर्ग को रैली में भाग लेने का निमंत्रण भी दिया. पीटीआई और सरकार अपने समय पर गतिरोध को तोड़ने के लिए महत्वपूर्ण चुनावी वार्ता में लगे हुए हैं। शुक्रवार को दोनों पक्षों ने फैसला किया कि 2 मई (मंगलवार) को इस बारे में अंतिम बातचीत होगी.
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक संसद भवन स्थित कमेटी रूम नंबर 3 में दूसरे दौर की वार्ता के दौरान सरकार और विपक्ष के प्रतिनिधियों ने प्रस्तावों का आदान-प्रदान किया. इससे राजनीतिक सुलह की कुछ उम्मीद तो बनी है लेकिन संवाद प्रक्रिया कभी भी टूट सकती है. क्योंकि दोनों पक्षों के महत्वपूर्ण नेता अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे. जानकार सूत्रों ने डॉन को बताया कि पीटीआई ने राजनीतिक तनाव को कम करने के लिए बजट पेश करने से पहले नेशनल असेंबली को भंग करने पर जोर दिया.
अलग से, पीटीआई प्रमुख ने शीर्ष अदालत के सभी 15 न्यायाधीशों से देश की खातिर एकजुट होने की अपील की और उन्हें संविधान की सर्वोच्चता के लिए अपने अहंकार को अलग करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि मैं आज सभी 15 जजों से बात कर रहा हूं. पूरा देश आपकी ओर देख रहा है. राष्ट्र आपकी ओर देख रहा है. संविधान के साथ खड़े रहें. उन्होंने आगे कहा कि आप नहीं जानते कि हम अराजकता के कितने करीब हैं. अगर पीडीएम संविधान को नष्ट करने जा रहा है तो क्या बचेगा? अब केवल जंगल का कानून बचा है.
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पूर्व प्रधान मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे देश के मुख्य न्यायाधीश और उनके परिवार को निशाना बनाया जा रहा है. अपने संबोधन के अंत में, इमरान ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों से कहा कि कृपया एकजुट हों और देश को माफियाओं से बचाएं.
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(एएनआई)