दुबई: ईरान के दक्षिण-पश्चिमी शहर इजेह के एक बाजार में बुधवार को बंदूकधारियों ने गोलियां चलाईं. इस गोलीबारी में एक लड़की सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई. कई नागरिक तथा सुरक्षा बल घायल हो गए. सरकारी आईआरएनए समाचार एजेंसी के मुताबिक, एक अलग हमले में, बंदूकधारियों ने मध्य शहर इस्फहान में ईरान के अर्धसैनिक बसिज के दो सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी. दोनों हमलों में बंदूकधारी कथित तौर पर मोटरसाइकिल पर सवार थे. यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि हमलों के पीछे क्या कारण था.
सरकारी टीवी के मुताबिक इजेह में हुई गोलीबारी में सुरक्षा बलों समेत 10 अन्य लोग घायल हो गए. इजेह प्रांत के खुज़ेस्तान प्रांत के डिप्टी गवर्नर वलीओल्लाह हयाती ने सरकारी टीवी को बताया कि मारे गए लोगों में एक युवती और एक महिला भी शामिल है. स्टेट टीवी ने कहा कि दर्जनों प्रदर्शनकारियों के समूह बुधवार देर रात इज़ेह के विभिन्न हिस्सों में एकत्र हुए, सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे और पुलिस पर पथराव कर रहे थे, जिन्होंने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ी.
राज्य से जुड़े मीडिया ने यह भी बताया कि किसी ने शिया धार्मिक मदरसे में आग लगा दी. ईरान ने हाल ही में अलगाववादियों और धार्मिक चरमपंथियों पर हुए कई हमलों को भी देखा है, जिसमें पिछले महीने एक प्रमुख शिया धर्मस्थल पर गोलीबारी भी शामिल है, जिसमें एक दर्जन से अधिक लोग मारे गए थे और जिसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. 16 सितंबर को एक 22 वर्षीय महिला की मौत के बाद से ईरान में महिलाएं नैतिकता पुलिस और उनकी बरबरता के खिलाफ प्रर्दशन कर रही हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महिलाओं के आंदोलन के तेज होने के बाद से इलाकों में अधिकारियों ने मीडिया की पहुंच को अत्यधिक प्रतिबंधित कर दिया है और समय-समय पर इंटरनेट को बंद किया जाता रहा है. जिससे देश के विभिन्न हिस्सों में अशांति के विवरण की पुष्टि करना मुश्किल हो गया है. इजेह में हिंसा प्रदर्शनकारियों द्वारा आहूत तीन दिवसीय आम हड़ताल के दूसरे दिन हुई.
हड़ताल 2019 में राष्ट्रव्यापी विरोध के पहले दौर की याद दिलाती है जिसमें सैकड़ों प्रदर्शनकारी मारे गए थे. ईरानी अधिकारियों ने सबूत उपलब्ध कराए बिना शत्रुतापूर्ण विदेशी अभिनेताओं पर अशांति का आरोप लगाया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वे एक लिपिक प्रतिष्ठान द्वारा दशकों के दमन से तंग आ चुके हैं, जिसे वे भ्रष्ट और निरंकुश मानते हैं. कार्यकर्ताओं का कहना है कि विरोध प्रदर्शनों की ताजा लहर में कम से कम 344 लोग मारे गए हैं और 15,820 गिरफ्तार किए गए हैं.
अधिकार समूहों ने सुरक्षा बलों पर प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने और डंडों से पीटने का आरोप लगाया. ईरान की अदालत, जो सुरक्षा मामलों को देखती ने बुधवार को राजधानी तेहरान में तीन प्रदर्शनकारियों को मौत की सजा सुनाई है. ईरान की न्यायपालिका से जुड़ी एक समाचार वेबसाइट मिज़ान ने आरोपियों की पहचान नहीं की, लेकिन कहा कि उनमें से एक ने कथित तौर पर पुलिस पर एक वाहन चढ़ा दिया, जिसमें एक की मौत हो गई और अन्य घायल हो गए.
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इसने कहा कि एक अन्य पर सुरक्षा बलों पर चाकू से हमला करने और एक सरकारी इमारत में आग लगाने का आरोप है. तीसरे व्यक्ति पर एक सड़क को अवरुद्ध करने और एक हिंसक प्रदर्शन का नेतृत्व करने का आरोप लगाया गया था. मिजान ने कहा कि फैसले की अपील की जा सकती है.
(एपी)