ETV Bharat / international

बाली में जी-20 वार्ता में यूक्रेन युद्ध की गूंज सुनाई देने की उम्मीद

जी-20 देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक आज इंडोनेशिया के बाली में होगी. इस बैठक में यूक्रेन संकट पर भी चर्चा होने की उम्मीद है.

g20 foreign ministers meeting today in bali
बाली में जी-20 वार्ता में यूक्रेन युद्ध की गूंज सुनाई देने की उम्मीद
author img

By

Published : Jul 8, 2022, 7:31 AM IST

जकार्ता: दुनिया के धनी और विकासशील देशों के समूह जी-20 के विदेश मंत्री इंडोनेशिया के बाली में होने वाली एक दिवसीय वार्ता के लिए जुटने लगे हैं. इस वार्ता का एजेंडा वैश्विक सहयोग और खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देना है, लेकिन इसमें यूक्रेन संकट की गूंज सुनाई देने की उम्मीद की जा रही है. इंडोनेशिया के बाली में शुक्रवार को यह बैठक आयोजित होगी. हालांकि, वार्ता से पहले ही इसको लेकर व्याप्त चिंताएं सामने आने लगी हैं.

बाली पहुंचने से पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कई एशियाई देशों की यात्रा कर चुके हैं, जिनका मकसद वार्ता से पहले समर्थन जुटाना और क्षेत्र में अपने संबंधों को मजबूत बनाना है. दूसरी ओर, अमेरिका और उसके सहयोगी देश कई तरीकों से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सबक सिखाने की फिराक में हैं, जिसमें नवंबर में बाली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी भी शामिल है.

इस साल, जी-20 शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष इंडोनेशिया पर सम्मेलन का आयोजक होने के साथ साथ विश्व पटल पर और अधिक रचनात्मक भूमिका निभाने की जिम्मेदारी भी है. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मामले में इंडोनेशिया ने तटस्थ रवैया अपनाया है और राष्ट्रपति जोको विदोदो भी इस मामले में अपने रुख पर कायम रहे हैं. यूक्रेन जी-20 समूह में शामिल नहीं है, लेकिन विदोदो ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को नवंबर में होने वाले शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है.

ये भी पढ़ें- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दिया इस्तीफा, कहा- दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद को छोड़ कर उदास हूं

हालांकि जेलेंस्की ने साफ कर दिया है कि यदि युद्ध जारी रहता है, तो वह सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे और वीडियो लिंक के जरिये चर्चा पर नजर रखेंगे. बताया जा रहा है कि विदोदो ने जर्मनी में हुए जी-7 सम्मेलन से इतर इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी से कहा था कि पुतिन भी जी-20 सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे. हालांकि रूस की तरफ से कहा गया है कि इसपर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. बृहस्पतिवार को अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्री बाली के लिये रवाना होने वाले हैं.

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन की शनिवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक प्रस्तावित है. यह बैठक ऐसे वक्त होगी जब वाशिंगटन ने यूक्रेन में रूस के आक्रमण के लिए चीन के रवैये पर सवाल उठाए हैं. दोनों पक्ष चीन से वस्तुओं के आयात पर शुल्क में संभावित कटौती पर भी चर्चा कर सकते हैं. बाली में लावरोव जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर चीन, मेक्सिको, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील सहित अन्य देशों के अपने समकक्षों के साथ चर्चा करेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

जकार्ता: दुनिया के धनी और विकासशील देशों के समूह जी-20 के विदेश मंत्री इंडोनेशिया के बाली में होने वाली एक दिवसीय वार्ता के लिए जुटने लगे हैं. इस वार्ता का एजेंडा वैश्विक सहयोग और खाद्य व ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देना है, लेकिन इसमें यूक्रेन संकट की गूंज सुनाई देने की उम्मीद की जा रही है. इंडोनेशिया के बाली में शुक्रवार को यह बैठक आयोजित होगी. हालांकि, वार्ता से पहले ही इसको लेकर व्याप्त चिंताएं सामने आने लगी हैं.

बाली पहुंचने से पहले चीन के विदेश मंत्री वांग यी और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कई एशियाई देशों की यात्रा कर चुके हैं, जिनका मकसद वार्ता से पहले समर्थन जुटाना और क्षेत्र में अपने संबंधों को मजबूत बनाना है. दूसरी ओर, अमेरिका और उसके सहयोगी देश कई तरीकों से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सबक सिखाने की फिराक में हैं, जिसमें नवंबर में बाली में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन का बहिष्कार करने की धमकी भी शामिल है.

इस साल, जी-20 शिखर सम्मेलन के अध्यक्ष इंडोनेशिया पर सम्मेलन का आयोजक होने के साथ साथ विश्व पटल पर और अधिक रचनात्मक भूमिका निभाने की जिम्मेदारी भी है. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मामले में इंडोनेशिया ने तटस्थ रवैया अपनाया है और राष्ट्रपति जोको विदोदो भी इस मामले में अपने रुख पर कायम रहे हैं. यूक्रेन जी-20 समूह में शामिल नहीं है, लेकिन विदोदो ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को नवंबर में होने वाले शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है.

ये भी पढ़ें- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने दिया इस्तीफा, कहा- दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पद को छोड़ कर उदास हूं

हालांकि जेलेंस्की ने साफ कर दिया है कि यदि युद्ध जारी रहता है, तो वह सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे और वीडियो लिंक के जरिये चर्चा पर नजर रखेंगे. बताया जा रहा है कि विदोदो ने जर्मनी में हुए जी-7 सम्मेलन से इतर इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी से कहा था कि पुतिन भी जी-20 सम्मेलन में भाग नहीं लेंगे. हालांकि रूस की तरफ से कहा गया है कि इसपर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. बृहस्पतिवार को अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के विदेश मंत्री बाली के लिये रवाना होने वाले हैं.

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन की शनिवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बैठक प्रस्तावित है. यह बैठक ऐसे वक्त होगी जब वाशिंगटन ने यूक्रेन में रूस के आक्रमण के लिए चीन के रवैये पर सवाल उठाए हैं. दोनों पक्ष चीन से वस्तुओं के आयात पर शुल्क में संभावित कटौती पर भी चर्चा कर सकते हैं. बाली में लावरोव जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर चीन, मेक्सिको, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील सहित अन्य देशों के अपने समकक्षों के साथ चर्चा करेंगे.

(पीटीआई-भाषा)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.