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आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने के लिये मिलकर काम कर सकता है ब्रिक्स: डोभाल - ब्रिक्स समूह आतंकवाद

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने दक्षिण अफ्रीकी शहर जोहान्सबर्ग में आतंकवाद के मुद्दे पर चीन की आलोचना की. उन्होंने कहा कि चीन इस मुद्दे पर दोहरा मानदंड अपनाता है.

BRICS can work together to ban terrorists Doval in johannesburg
आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने के लिये मिलकर काम कर सकता है ब्रिक्स: डोभाल
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Published : Jul 26, 2023, 8:54 AM IST

जोहान्सबर्ग: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीन पर तीखा प्रहार करते हुए मंगलवार को कहा कि ब्रिक्स समूह आतंकवादी और छद्म रूप से उनके लिए काम करने वाले लोगों पर संयुक्त राष्ट्र के तहत प्रतिबंध लगाने पर मिलकर काम कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया राजनीति तथा दोहरे मानदंडों से मुक्त होनी चाहिए.

डोभाल ने ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में यह टिप्पणियां की जहां चीन का प्रतिनिधित्व सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और सीपीसी के विदेश मामलों के आयोग के कार्यालय के निदेशक वांग यी ने किया. वांग को मंगलवार को फिर से चीन का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है.

चीन लश्कर-ए-तैयबा तथा पाकिस्तान के अन्य नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्तावों पर बार-बार रोड़ा अटकाता रहा है. डोभाल ने कहा कि आतंकवादियों तथा छद्म रूप से उनके लिए काम कर रहे लोगों को संयुक्त राष्ट्र के आंतकवाद रोधी प्रतिबंधों के दायरे में लाना ऐसे क्षेत्र हैं जहां ब्रिक्स देश मिलकर काम कर सकते हैं. ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं.

ये भी पढ़ें- NSA अजीत डोभाल आज ब्रिटेन के समकक्ष से कर सकते हैं मुलाकात

अजीत डोभाल ने कहा कि आतंकवाद राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए प्रमुख खतरों में से एक बना हुआ है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में आतंकवादी संगठन बेखौफ होकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के तहत आतंकवादियों और उनके प्रतिनिधियों को सूचीबद्ध करना एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर ब्रिक्स मिलकर काम कर सकते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

जोहान्सबर्ग: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने चीन पर तीखा प्रहार करते हुए मंगलवार को कहा कि ब्रिक्स समूह आतंकवादी और छद्म रूप से उनके लिए काम करने वाले लोगों पर संयुक्त राष्ट्र के तहत प्रतिबंध लगाने पर मिलकर काम कर सकता है. उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया राजनीति तथा दोहरे मानदंडों से मुक्त होनी चाहिए.

डोभाल ने ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में यह टिप्पणियां की जहां चीन का प्रतिनिधित्व सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य और सीपीसी के विदेश मामलों के आयोग के कार्यालय के निदेशक वांग यी ने किया. वांग को मंगलवार को फिर से चीन का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है.

चीन लश्कर-ए-तैयबा तथा पाकिस्तान के अन्य नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्तावों पर बार-बार रोड़ा अटकाता रहा है. डोभाल ने कहा कि आतंकवादियों तथा छद्म रूप से उनके लिए काम कर रहे लोगों को संयुक्त राष्ट्र के आंतकवाद रोधी प्रतिबंधों के दायरे में लाना ऐसे क्षेत्र हैं जहां ब्रिक्स देश मिलकर काम कर सकते हैं. ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका हैं.

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अजीत डोभाल ने कहा कि आतंकवाद राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए प्रमुख खतरों में से एक बना हुआ है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान क्षेत्र में आतंकवादी संगठन बेखौफ होकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद विरोधी प्रतिबंध व्यवस्था के तहत आतंकवादियों और उनके प्रतिनिधियों को सूचीबद्ध करना एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर ब्रिक्स मिलकर काम कर सकते हैं.

(पीटीआई-भाषा)

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