जेनिन (वेस्ट बैंक): इजराइली सेना के कब्जे वाले वेस्ट बैंक स्थित जेनिन शहर में बुधवार को छापेमारी (Israeli raid in West Bank) की एक कार्रवाई में कम से कम चार फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 44 अन्य घायल हुए हैं. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि छापेमारी के दौरान शिविर में सशस्त्र संघर्ष हुआ. हिंसा में दो और फलस्तीनियों की मौत हो गई और 44 अन्य घायल हो गए.
वहीं, इजराइली सेना ने बताया कि सैनिक हाल में हुई गोलीबारी की घटना में वांछित दो फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार करने जेनिन शरणार्थी शिविर गए थे. सेना ने बताया कि सैनिकों ने शिविर के एक मकान की घेराबंदी की. तभी विस्फोट हुआ और गोलीबारी शुरू हो गई. उन्होंने बताया कि इसके जवाब में सैनिकों ने दो संदिग्ध फिलिस्तीनियों को गोली मार दी.
फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास की फतह पार्टी ने मारे गए लोगों में से एक की फहचान 24 वर्षीय फिलिस्तीनी खुफिया अधिकारी अहमद अलवानेह के तौर पर की है. पार्टी ने इजराइली कार्रवाई को 'खतरनाक उकसावा' करार देते हुए इसके खिलाफ वेस्ट बैंक में विरोध प्रदर्शन और हड़ताल का आह्वान किया है. अब्बास के प्रवक्ता नबील अबू रुदेइनेह ने छापेमारी की निंदा करते हुए कहा कि इजराइल की उकसावे की नीति को न तो इस्लामिक या ईसाई पवित्र स्थानों या जेनिन में वैधता मिलेगी और न ही इससे सुरक्षा एवं स्थिरता आएगी.
इजराइली सेना ने मारे गए संदिग्ध उग्रवादियों में से एक की पहचान रहमान हजाम के तौर पर की है, जो इस साल अप्रैल में तेल अवीव के मध्य स्थित बार पर हमला करने के आरोपी और पुलिस की गोली लगने से मारे गए एक फिलिस्तीनी बंदूकधारी का भाई है. गौरतलब है कि जेनिन शहर को फिलिस्तीनी उग्रवाद का गढ़ माना जाता है. इजराइली सैनिक नियमित तौर पर छापेमारी की कार्रवाई करते हैं जिससे उनकी शिविर में रहने वाले लोगों के साथ मुठभेड़ होती है. यह इलाका फिलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा प्रशासित है.
(पीटीआई-भाषा)