ETV Bharat / international

अल-जवाहिरी का खात्मा : चार महीने तक CIA और बाइडेन ने की प्लानिंग - September 11 attacks

संयुक्त राज्य अमेरिका ने अल-कायदा के नेता और दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक अयमान अल-जवाहिरी को मार डाला है. जिसने समूह के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के साथ 11 सितंबर, 2001 के हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पढ़ें कैसे और कितने समय से सीआईए रख रही थी नजर...

अल-जवाहिरी का खात्मा : चार महीने तक सीआईए और बाइडेन ने की स्ट्राइक की प्लानिंग
अल-जवाहिरी का खात्मा : चार महीने तक सीआईए और बाइडेन ने की स्ट्राइक की प्लानिंग
author img

By

Published : Aug 2, 2022, 10:21 AM IST

Updated : Aug 2, 2022, 12:04 PM IST

नई दिल्ली : संयुक्त राज्य अमेरिका ने अल-कायदा के नेता और दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक अयमान अल-जवाहिरी को मार डाला है. जिसने समूह के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के साथ 11 सितंबर, 2001 के हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. राष्ट्रपति बाइडेन ने सोमवार की शाम यह घोषणा की. संवेदनशील खुफिया जानकारी रखने वाले अमेरिकी अधिकारियों ने नाम ना छापने के शर्त के पर बताया कि शनिवार को काबुल में सीआईए के ड्रोन हमले में जवाहिरी मारा गया था.

अमेरिकी सेना के पिछले अगस्त में अफगानिस्तान छोड़ने के बाद यह पहला ज्ञात ऑपरेशन था. बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि वे अफगानिस्तान के अंदर आतंकवाद रोधी कार्रवाई जारी रखेंगे. व्हाइट हाउस की बालकनी से एक लाइव टेलीविजन संबोधन में बोलते हुए, बाइडेन ने घोषणा की कि कुछ दिनों पहले उन्होंने जवाहिरी को मारने के लिए एक एयर स्ट्राइक को अधिकृत किया था. बाइडेन ने कहा कि न्याय हो गया है, यह आतंकवादी नेता अब नहीं रहा.

एफबीआई ने अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की प्रोफाइल में 'मृतक' जोड़ा
एफबीआई ने अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की प्रोफाइल में 'मृतक' जोड़ा

बताया गया कि स्ट्राइक शनिवार को रात 9:48 बजे हुई. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जवाहिरी काबुल में एक सेफ हाउस में अपने परिवार के सदस्यों के साथ रह रहा था. जिस पर सीईआए की नजर थी. जैसे ही वह बालकनी दिखा. एक ड्रोन ने जवाहिरी पर दो हेलफायर मिसाइल दागी. बताया गया कि मध्य काबुल के शिरपुर मोहल्ले में जहां यह कार्रवाई की गई. लंबे समय से अफ़ग़ान रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व वाला एक परित्यक्त क्षेत्र था. जिसे हाल के वर्षों में बड़े घरों वाले एक विशेष आवासीय क्षेत्र में बदल दिया गया. बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में कई अफगान अधिकारी और धनी व्यक्ति रह रहे थे.

पढ़ें: अमेरिका का दावा: अल कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी मारा गया

अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि सीआईए ने जवाहिरी को सेफ हाउस तक ट्रैक किया था. सीआईए उसकी पहचान की पुष्टि करने और उसकी गतिविधियों और व्यवहार पर नजर रखने के लिए काफी लंबा समय बिताया. सीआईए के खुफिया एजेंटों ने जवाहिरी के 'जीवन का एक पैटर्न' का अध्ययन करना है. खुफिया एजेंटों ने सेफ हाउस का एक मॉडल भी बनाया. जिसका इस्तेमाल बाइडेन को यह बताने के लिए किया गया था कि कैसे इस स्ट्राइक को अंजाम दिया जा सकता है. सीआईए ने यह सुनिश्चित किया कि स्ट्राइक में किसी भी और व्यक्ति की जान ना जाये. अधिकारी ने दावा किया कि इस हमले में कहा कि उसी घर में रह रहे जवाहिरी के परिवार में भी किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.

अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ प्रशासन और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों को अप्रैल की शुरुआत में जवाहिरी के उस घर में होने की जानकारी दी गई थी. बाइडेन को सीआईए की ओर से मई और जून के दौरान दो और अपडेट प्राप्त हुए. एक जुलाई को उन्हें व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम में प्रमुख कैबिनेट सदस्यों और सलाहकारों द्वारा जानकारी दी गई, जिसमें सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स, नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक एवरिल हैन्स, नेशनल काउंटरटेरिज्म सेंटर के निदेशक क्रिस्टीन अबिजैद और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन शामिल थे.

पढ़ें: सर्जन से लेकर दुनिया को दहलाने तक ऐसा रहा जवाहिरी का खौफनाक जीवन

अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ने 25 जुलाई को अपने शीर्ष सलाहकारों के साथ फिर से मुलाकात की. उन्होंने सीआईए से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि स्ट्राइक में किसी भी सामान्य जन का नुससान नहीं हो. पूरी योजना का अध्ययन करने बाद अधिकारी ने कहा कि उनके सभी सलाहकारों ने स्ट्राइक की 'दृढ़ता से अनुशंसा' की. और बाइडेन ने इसकी अनुमति दी. अधिकारी ने कहा कि हक्कानी तालिबान गुट के वरिष्ठ सदस्यों को भी पता था कि जवाहिरी घर में रह रहा था. अधिकारी ने कहा, काबुल में आतंकवादी नेता की उपस्थिति संयुक्त राज्य अमेरिका और तालिबान के बीज दोहा में 2020 में हुए समझौते का उल्लंघन बताया.

नई दिल्ली : संयुक्त राज्य अमेरिका ने अल-कायदा के नेता और दुनिया के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक अयमान अल-जवाहिरी को मार डाला है. जिसने समूह के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के साथ 11 सितंबर, 2001 के हमलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. राष्ट्रपति बाइडेन ने सोमवार की शाम यह घोषणा की. संवेदनशील खुफिया जानकारी रखने वाले अमेरिकी अधिकारियों ने नाम ना छापने के शर्त के पर बताया कि शनिवार को काबुल में सीआईए के ड्रोन हमले में जवाहिरी मारा गया था.

अमेरिकी सेना के पिछले अगस्त में अफगानिस्तान छोड़ने के बाद यह पहला ज्ञात ऑपरेशन था. बाइडेन प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि वे अफगानिस्तान के अंदर आतंकवाद रोधी कार्रवाई जारी रखेंगे. व्हाइट हाउस की बालकनी से एक लाइव टेलीविजन संबोधन में बोलते हुए, बाइडेन ने घोषणा की कि कुछ दिनों पहले उन्होंने जवाहिरी को मारने के लिए एक एयर स्ट्राइक को अधिकृत किया था. बाइडेन ने कहा कि न्याय हो गया है, यह आतंकवादी नेता अब नहीं रहा.

एफबीआई ने अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की प्रोफाइल में 'मृतक' जोड़ा
एफबीआई ने अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए अल कायदा प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की प्रोफाइल में 'मृतक' जोड़ा

बताया गया कि स्ट्राइक शनिवार को रात 9:48 बजे हुई. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जवाहिरी काबुल में एक सेफ हाउस में अपने परिवार के सदस्यों के साथ रह रहा था. जिस पर सीईआए की नजर थी. जैसे ही वह बालकनी दिखा. एक ड्रोन ने जवाहिरी पर दो हेलफायर मिसाइल दागी. बताया गया कि मध्य काबुल के शिरपुर मोहल्ले में जहां यह कार्रवाई की गई. लंबे समय से अफ़ग़ान रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व वाला एक परित्यक्त क्षेत्र था. जिसे हाल के वर्षों में बड़े घरों वाले एक विशेष आवासीय क्षेत्र में बदल दिया गया. बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में कई अफगान अधिकारी और धनी व्यक्ति रह रहे थे.

पढ़ें: अमेरिका का दावा: अल कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी मारा गया

अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि सीआईए ने जवाहिरी को सेफ हाउस तक ट्रैक किया था. सीआईए उसकी पहचान की पुष्टि करने और उसकी गतिविधियों और व्यवहार पर नजर रखने के लिए काफी लंबा समय बिताया. सीआईए के खुफिया एजेंटों ने जवाहिरी के 'जीवन का एक पैटर्न' का अध्ययन करना है. खुफिया एजेंटों ने सेफ हाउस का एक मॉडल भी बनाया. जिसका इस्तेमाल बाइडेन को यह बताने के लिए किया गया था कि कैसे इस स्ट्राइक को अंजाम दिया जा सकता है. सीआईए ने यह सुनिश्चित किया कि स्ट्राइक में किसी भी और व्यक्ति की जान ना जाये. अधिकारी ने दावा किया कि इस हमले में कहा कि उसी घर में रह रहे जवाहिरी के परिवार में भी किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है.

अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ प्रशासन और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों को अप्रैल की शुरुआत में जवाहिरी के उस घर में होने की जानकारी दी गई थी. बाइडेन को सीआईए की ओर से मई और जून के दौरान दो और अपडेट प्राप्त हुए. एक जुलाई को उन्हें व्हाइट हाउस सिचुएशन रूम में प्रमुख कैबिनेट सदस्यों और सलाहकारों द्वारा जानकारी दी गई, जिसमें सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स, नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक एवरिल हैन्स, नेशनल काउंटरटेरिज्म सेंटर के निदेशक क्रिस्टीन अबिजैद और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन शामिल थे.

पढ़ें: सर्जन से लेकर दुनिया को दहलाने तक ऐसा रहा जवाहिरी का खौफनाक जीवन

अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति ने 25 जुलाई को अपने शीर्ष सलाहकारों के साथ फिर से मुलाकात की. उन्होंने सीआईए से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि स्ट्राइक में किसी भी सामान्य जन का नुससान नहीं हो. पूरी योजना का अध्ययन करने बाद अधिकारी ने कहा कि उनके सभी सलाहकारों ने स्ट्राइक की 'दृढ़ता से अनुशंसा' की. और बाइडेन ने इसकी अनुमति दी. अधिकारी ने कहा कि हक्कानी तालिबान गुट के वरिष्ठ सदस्यों को भी पता था कि जवाहिरी घर में रह रहा था. अधिकारी ने कहा, काबुल में आतंकवादी नेता की उपस्थिति संयुक्त राज्य अमेरिका और तालिबान के बीज दोहा में 2020 में हुए समझौते का उल्लंघन बताया.

Last Updated : Aug 2, 2022, 12:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.