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अमेरिका में गर्भपात अधिकार समर्थकों ने प्रदर्शन किया - abortion rights supporters protest

अमेरिका में महिलाओं के लिए गर्भपात को एक कानूनी विकल्प बनाने की मांग हो रही है. प्रदर्शनकारियों ने इसके समर्थन में लड़ाई जारी रखने का संकल्प जताया. वहीं इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रित्जकर ने रैली में हिस्सा लिया और प्रांत में प्रजनन अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प जताया.

अमेरिका में गर्भपात अधिकार समर्थकों ने प्रदर्शन किया
अमेरिका में गर्भपात अधिकार समर्थकों ने प्रदर्शन किया
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Published : May 15, 2022, 10:31 AM IST

वाशिंगटन: सैकड़ों मार्च और रैलियां निकालकर प्रदर्शन कर रहे गर्भपात अधिकार समर्थकों ने आशंका जतायी है कि उच्चतम न्यायालय गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को रद्द कर सकता है, जो लगभग आधी सदी से कायम है. उन्हें डर है कि इससे महिलाओं के प्रजनन के अधिकारों पर असर पड़ सकता है.

वे एक मसौदा लीक होने के बाद से नाराज हैं, जिसमें संकेत दिया गया है कि अदालत की रूढ़िवादी बहुमत पीठ ऐतिहासिक रोए बनाम वेड फैसले को पलट सकती है. कार्यकर्ताओं ने शनिवार को फौरन एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी की अगुवाई वाले राज्य कड़े प्रतिबंध लागू करने की तैयारी में है. राष्ट्रीय राजधानी वाशिंगटन में बारिश के बीच हजारों समर्थक उच्चतम न्यायालय की ओर मार्च करने से पहले भाषण सुनने के लिए एकत्रित हुए.

संघीय सरकार की कर्मचारी 64 वर्षीय सामंथा रीवर्स ने कहा, मुझे यकीन नहीं होता कि इस उम्र में भी मुझे इस मुद्दे पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. एक अन्य महिला कैटलिन लोहर (34) ने कहा, मुझे लगता है कि महिलाओं के पास यह चुनने का अधिकार होना चाहिए कि वे अपने शरीर और अपनी जिंदगियों के साथ क्या करना चाहती हैं. मुझे नहीं लगता कि गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने से गर्भपात बंद हो जाएगा. इससे बस चीजें असुरक्षित हो जाएगी और महिलाओं की जान को खतरा हो सकता है.

पढ़ें: अमेरिका: गर्भपात के अधिकार की मांग को लेकर कई शहरों में निकाली गई रैली

वहीं, गर्भपात विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कहा, गर्भपात स्वास्थ्य देखभाल का विषय नहीं है क्योंकि गर्भधारण एक बीमारी नहीं है.

पीटीआई-भाषा

वाशिंगटन: सैकड़ों मार्च और रैलियां निकालकर प्रदर्शन कर रहे गर्भपात अधिकार समर्थकों ने आशंका जतायी है कि उच्चतम न्यायालय गर्भपात के संवैधानिक अधिकार को रद्द कर सकता है, जो लगभग आधी सदी से कायम है. उन्हें डर है कि इससे महिलाओं के प्रजनन के अधिकारों पर असर पड़ सकता है.

वे एक मसौदा लीक होने के बाद से नाराज हैं, जिसमें संकेत दिया गया है कि अदालत की रूढ़िवादी बहुमत पीठ ऐतिहासिक रोए बनाम वेड फैसले को पलट सकती है. कार्यकर्ताओं ने शनिवार को फौरन एकजुट होने की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी की अगुवाई वाले राज्य कड़े प्रतिबंध लागू करने की तैयारी में है. राष्ट्रीय राजधानी वाशिंगटन में बारिश के बीच हजारों समर्थक उच्चतम न्यायालय की ओर मार्च करने से पहले भाषण सुनने के लिए एकत्रित हुए.

संघीय सरकार की कर्मचारी 64 वर्षीय सामंथा रीवर्स ने कहा, मुझे यकीन नहीं होता कि इस उम्र में भी मुझे इस मुद्दे पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. एक अन्य महिला कैटलिन लोहर (34) ने कहा, मुझे लगता है कि महिलाओं के पास यह चुनने का अधिकार होना चाहिए कि वे अपने शरीर और अपनी जिंदगियों के साथ क्या करना चाहती हैं. मुझे नहीं लगता कि गर्भपात पर प्रतिबंध लगाने से गर्भपात बंद हो जाएगा. इससे बस चीजें असुरक्षित हो जाएगी और महिलाओं की जान को खतरा हो सकता है.

पढ़ें: अमेरिका: गर्भपात के अधिकार की मांग को लेकर कई शहरों में निकाली गई रैली

वहीं, गर्भपात विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कहा, गर्भपात स्वास्थ्य देखभाल का विषय नहीं है क्योंकि गर्भधारण एक बीमारी नहीं है.

पीटीआई-भाषा

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