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WHO की मुख्य वैज्ञानिक ने कहा, भारत में कोविड-19 के बढ़ते आंकड़े चिंताजनक

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Published : May 11, 2021, 11:23 AM IST

Updated : May 11, 2021, 1:30 PM IST

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने भारत में कोरोना के आंकडों को हैरान करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमित दर और मौतों के आकंड़े चिंताजनक है.

डॉ. सौम्या स्वामीनाथन
डॉ. सौम्या स्वामीनाथन

जेनेवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने सोमवार को भारत में कोरोना के आंकडों को हैरान करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमित दर और मौतों के आकंड़े चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि भारत समेत कोरोना संक्रमित सभी देश कोरोना के आंकड़ों पर निष्पक्षता अपनाएं. उन्होंने कोरोना की वास्तविक संख्या की रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकारों से आह्वान किया है.

अपने हालिया इंटरव्यू में वैज्ञानिक स्वामीनाथ ने कहा, इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) द्वारा अनुमानित अगस्त तक दस लाख मौतों का अनुमान मॉडल और उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित हैं, जिसे भविष्य पर ना छोड़कर बदला भी जा सकता है.

डब्ल्यूएचओ

ये भी पढ़ें : कोरोना के खिलाफ अमेरिका का बड़ा फैसला, 12 से 15 साल के बच्चों को लगेगी कोरोना वैक्सीन

उन्होंनें कहा, मैं इस समय कहना चाहूंगी कि स्थिति बहुत ही भयावह है. भारत और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र के अन्य देशों में कोरोना मामलों की दैनिक संख्या और मौतें हमारे लिए बड़ा चिंता का सवाल है और हमने महसूस किया कि इस विकट स्थिति में भी इसे कम आंका जा रहा है.

वास्तव में, विश्व में प्रत्येक देश में कोरोना मामले और उससे हुई मौतों के आंकड़ों को सही से पेश नहीं किया जा रहा है और ना ही उन्हें गंभीरता से लिया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि, वैश्विक सरकारों को इस पर विचार करने की जरूरत है और उन्हें वास्तविक रिपोर्ट को निष्पक्ष रूप से पेश करने का प्रयास करने की जरूरत है.

स्वामीनाथन ने देशों से महामारी के बारे में लगातार विज्ञान और डेटा पर आधारित नीतियों को अपडेट करने का भी आह्वान किया. वहीं, महामारी के बीच लोगों के यात्रा पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (आईएचआर) पर समीक्षा समिति ने कहा कि वैक्सीन पासपोर्ट यात्रा के लिए एक पूर्व शर्त नहीं होना चाहिए.

ये भी पढ़ें : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने यरुशलम में बढ़ती हिंसा को लेकर आपातकालीन बैठक की

उन्होंने कोरोना के डबल म्यूटेंट पर बोलते हुए कहा कि यह अत्यधिक संक्रमणीय है और डब्ल्यूएचओ समिति ने भी इसे चिंता के रूप में वर्गीकृत किया है. दुनिया भर में वैक्सीन इक्विटी पर बोलते हुए उन्होंने कहा, इस वक्त हालात ऐसे हैं कि कोरोना के खिलाफ एकजुटता और सहयोग के लिए वैश्विक रणनीति एक होनी चाहिए.

बता दें, इससे पहले डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेब्रायियस ने कहा कि, डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन दुनियाभर में भारत में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए ऑक्सीजन, दवाएं और सुरक्षात्मक उपकरण खरीदने के लिए 'टुगेदर ऑफ इंडिया' के तहत फंड देने की अपील कर रहा है.

जेनेवा : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने सोमवार को भारत में कोरोना के आंकडों को हैरान करने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमित दर और मौतों के आकंड़े चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि भारत समेत कोरोना संक्रमित सभी देश कोरोना के आंकड़ों पर निष्पक्षता अपनाएं. उन्होंने कोरोना की वास्तविक संख्या की रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकारों से आह्वान किया है.

अपने हालिया इंटरव्यू में वैज्ञानिक स्वामीनाथ ने कहा, इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) द्वारा अनुमानित अगस्त तक दस लाख मौतों का अनुमान मॉडल और उपलब्ध आंकड़ों पर आधारित हैं, जिसे भविष्य पर ना छोड़कर बदला भी जा सकता है.

डब्ल्यूएचओ

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उन्होंनें कहा, मैं इस समय कहना चाहूंगी कि स्थिति बहुत ही भयावह है. भारत और दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र के अन्य देशों में कोरोना मामलों की दैनिक संख्या और मौतें हमारे लिए बड़ा चिंता का सवाल है और हमने महसूस किया कि इस विकट स्थिति में भी इसे कम आंका जा रहा है.

वास्तव में, विश्व में प्रत्येक देश में कोरोना मामले और उससे हुई मौतों के आंकड़ों को सही से पेश नहीं किया जा रहा है और ना ही उन्हें गंभीरता से लिया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि, वैश्विक सरकारों को इस पर विचार करने की जरूरत है और उन्हें वास्तविक रिपोर्ट को निष्पक्ष रूप से पेश करने का प्रयास करने की जरूरत है.

स्वामीनाथन ने देशों से महामारी के बारे में लगातार विज्ञान और डेटा पर आधारित नीतियों को अपडेट करने का भी आह्वान किया. वहीं, महामारी के बीच लोगों के यात्रा पर एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम (आईएचआर) पर समीक्षा समिति ने कहा कि वैक्सीन पासपोर्ट यात्रा के लिए एक पूर्व शर्त नहीं होना चाहिए.

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उन्होंने कोरोना के डबल म्यूटेंट पर बोलते हुए कहा कि यह अत्यधिक संक्रमणीय है और डब्ल्यूएचओ समिति ने भी इसे चिंता के रूप में वर्गीकृत किया है. दुनिया भर में वैक्सीन इक्विटी पर बोलते हुए उन्होंने कहा, इस वक्त हालात ऐसे हैं कि कोरोना के खिलाफ एकजुटता और सहयोग के लिए वैश्विक रणनीति एक होनी चाहिए.

बता दें, इससे पहले डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडहोम घेब्रायियस ने कहा कि, डब्ल्यूएचओ फाउंडेशन दुनियाभर में भारत में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए ऑक्सीजन, दवाएं और सुरक्षात्मक उपकरण खरीदने के लिए 'टुगेदर ऑफ इंडिया' के तहत फंड देने की अपील कर रहा है.

Last Updated : May 11, 2021, 1:30 PM IST
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