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बेहद घातक हो सकता है इंग्‍लैंड में पाया गया कोरोना का नया स्‍ट्रेन : बोरिस जॉनसन

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि कोरोनो वायरस का नया स्‍ट्रेन अधिक घातक हो सकता है. इस घातक वायरस से प्रतिदिन 1,401 लोगों की मृत्यु हो रही है, वही अभी तक कोरोना से 95,981 लोगों की मौत हो गई हैं.

बोरिस जॉनसन
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Published : Jan 23, 2021, 8:24 AM IST

लंदन : ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि इंग्‍लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्‍ट्रेन बेहद खतरनाक है. उन्‍होंने शुक्रवार को कहा कि शुरुआती सबूत बताते हैं कि बीते दिसंबर महीने के अंत में इंग्लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्‍ट्रेन काफी उच्‍च मृत्यु दर वाली हो सकती है. न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप (NERVTAG) के वैज्ञानिकों की ओर से साझा किए गए प्रारंभिक डेटा के आधार पर जॉनसन ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोविड-19 का नया वैरिएंट बेहद घातक था.

हालांकि, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यह भी कहा कि फाइजर बायोएनटेक और ऑक्सफोर्ड AstraZeneca के टीके कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि अधिक तेजी से फैलने के अलावा लग रहा है कि कोरोना की यह नई स्‍ट्रेन उच्‍च मृत्यु दर से जुड़ी हो सकती है. बता दें कि पहली बार इंग्लैंड के दक्षिण पूर्व में कोरोना की इस स्‍ट्रेन की पहचान की गई थी. तब कहा गया था कि कोरोना का यह नया वैरिएंट पुराने प्रकार से 70 फीसद अधिक संक्रामक है. वैरिएंट सामने आने के बाद दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और वेल्स में टियर-4 चरण के प्रतिबंध लगा दिए गए थे.

पढ़ें :ब्रिटेन में अब 70 साल और इससे ज्यादा उम्र के लोगों को भी लगेगा टीका

उन्होंने कहा कोरोना की इसी स्‍ट्रेन के चलते ब्रिटेन की राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा यानी एनएचएस पर भारी दबाव पड़ा है. गौर करने वाली बात यह है कि इस स्‍ट्रेन को बेहद संक्रामक माना गया था, लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पर यह नहीं कहा गया था कि यह बेहद घातक या जानलेवा भी है. बोरिस जॉनसन के साथ प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वालेंसने कहा कि इस बात के प्रमाण हैं कि कोरोना के पुराने संस्करण की तुलना में नया वैरिएंट से जोखिम बढ़ा है.

लंदन : ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि इंग्‍लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्‍ट्रेन बेहद खतरनाक है. उन्‍होंने शुक्रवार को कहा कि शुरुआती सबूत बताते हैं कि बीते दिसंबर महीने के अंत में इंग्लैंड में पाई गई कोरोना की नई स्‍ट्रेन काफी उच्‍च मृत्यु दर वाली हो सकती है. न्यू एंड इमर्जिंग रेस्पिरेटरी वायरस थ्रेट्स एडवाइजरी ग्रुप (NERVTAG) के वैज्ञानिकों की ओर से साझा किए गए प्रारंभिक डेटा के आधार पर जॉनसन ने कहा कि ऐसा लगता है कि कोविड-19 का नया वैरिएंट बेहद घातक था.

हालांकि, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने यह भी कहा कि फाइजर बायोएनटेक और ऑक्सफोर्ड AstraZeneca के टीके कोरोना के सभी वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि अधिक तेजी से फैलने के अलावा लग रहा है कि कोरोना की यह नई स्‍ट्रेन उच्‍च मृत्यु दर से जुड़ी हो सकती है. बता दें कि पहली बार इंग्लैंड के दक्षिण पूर्व में कोरोना की इस स्‍ट्रेन की पहचान की गई थी. तब कहा गया था कि कोरोना का यह नया वैरिएंट पुराने प्रकार से 70 फीसद अधिक संक्रामक है. वैरिएंट सामने आने के बाद दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड और वेल्स में टियर-4 चरण के प्रतिबंध लगा दिए गए थे.

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उन्होंने कहा कोरोना की इसी स्‍ट्रेन के चलते ब्रिटेन की राष्‍ट्रीय स्‍वास्‍थ्‍य सेवा यानी एनएचएस पर भारी दबाव पड़ा है. गौर करने वाली बात यह है कि इस स्‍ट्रेन को बेहद संक्रामक माना गया था, लेकिन अभी तक आधिकारिक तौर पर यह नहीं कहा गया था कि यह बेहद घातक या जानलेवा भी है. बोरिस जॉनसन के साथ प्रेस कांफ्रेंस में शामिल हुए सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वालेंसने कहा कि इस बात के प्रमाण हैं कि कोरोना के पुराने संस्करण की तुलना में नया वैरिएंट से जोखिम बढ़ा है.

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