लंदनः लंदन में कई बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी पाए जाने के बाद 36 वर्षीय भारतीय को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. इसे भारत से प्रत्यर्पित कर ब्रिटेन लाया गया था.
क्रॉयडन क्राउन अदालत ने अमन व्यास को कम से कम 37 साल जेल में रखने की सजा सुनाई. इसमें से वह समय कम किया जाएगा जो कि वह पहले ही इंग्लैड और भारत की जेल में गुजार चुका है.
व्यास ने मार्च 2009 से मई 2009 के बीच उत्तर पूर्वी लंदन के वाल्थमस्टो में चार महिलाओं के साथ बलात्कार किया और इनमें से एक की हत्या कर दी थी.
आरोप था कि वह तड़के इलाके में निकलता था और महिला को अकेली पाकर उसे निशाना बनाता था.
एक महिला मिशेल समरवीरा की हत्या के बाद जुलाई 2009 में सामने आया था तो व्यास फरार होकर भारत चला गया.
इस बीच, व्यास कई वर्षों तक फरार रहा. इस दौरान उसने न्यूजीलैंड और सिंगापुर की भी यात्रा की.
बाद में वर्ष 2011 में व्यास नयी दिल्ली हवाईअड्डे पर भारतीय अधिकारियों की गिरफ्त में आ गया, जिसे बाद में प्रत्यर्पित कर ब्रिटेन लाया गया.
पिछले महीने लंदन की एक अदालत ने व्यास को मिशेल समरवीरा नाम की महिला के साथ बलात्कार के बाद हत्या के अलावा तीन अन्य महिलाओं से बलात्कार का दोषी ठहराया था.
स्कॉटलैंड यार्ड की अधिकारी सार्जेंट शालीना शेख ने कहा, ' हम आज की सजा से संतुष्ट हैं जोकि व्यास द्वारा किए गए अपराध की गंभीरता को दर्शाता है. अंत में पीडितों और उनके परिवारों को न्याय मिला है. यह एक लंबी सजा है जो व्यास के कार्यों की क्रूरता और दुराचार को दर्शाती है.'
व्यास को सभी अपराधों के लिए अलग-अलग समयावधि की सजा सुनाई गई है, जो कि हत्या की सजा के साथ ही चलेगी.
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