लंदन : ब्रिटेन में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर सरकार ने चेतावनी का स्तर तीसरी श्रेणी से बढ़ाकर चौथी श्रेणी कर दिया है. 6 करोड़ 78 लाख आबादी वाले ब्रिटेन में कोरोना की स्थिति बिगड़ती जा रही है. वहां अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 6 लाख 18 हजार से अधिक हो चुकी है, जबकि मरने वालों की संख्या 42,875 है.
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच देश के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन देशवासियों को संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि इस दौरान वह देशवासियों को दोबारा लॉकडाउन के बारे में जानकारी दे सकते हैं. लोगों से काम पर वापस लौटने का आग्रह करने के कुछ ही हफ्तों बाद, जॉनसन उन्हें घर से काम करने की सलाह देंगे.
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए पब, बार और रेस्तरां पर नए प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. अभी सिंतबर के अंत में, ब्रिटेन के स्कूली बच्चों को पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के एक पत्र के साथ घर भेजा गया. पब्लिक हेल्थ यहां का एक आधिकारिक निकाय है, जिसके पास महामारी से निपटने का प्रभार है. पत्र में बच्चों के माता-पिता से कहा गया कि यदि उनके बच्चों में बुखार, लगातार खांसी या स्वाद और गंध महसूस करने की क्षमता समाप्त होने जैसे लक्षण नहीं हैं, तो वे उनका कोविड-19 परीक्षण न करवाये.
जबकि इस बात के प्रमाण हैं कि बच्चों में कोविड-19 के सामान्य लक्षण थकान और सिरदर्द है. ब्रिटिश सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि संक्रमित होने वाले वयस्कों में 80 प्रतिशत बगैर लक्षण वाले हैं. ऐसे में यह संदेश हैरान करने वाला है. अभी जुलाई में ही ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी, मैट हैन्कॉक ने किसी प्रकार का संदेह होने पर नागरिकों से परीक्षण कराने का आग्रह किया था.
हालांकि, पत्र में लिखे संदेश का कारण स्पष्ट किया गया है कि अनावश्यक परीक्षण होने से कोविड-19 के लक्षण वाला व्यक्ति परीक्षण से वंचित रह सकता है. यह पत्र शासन और विश्वसनीयता की असफलता को रेखांकित करता है. ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए मामले प्रतिदिन कम से कम 6 हजार बढ़ रहे हैं. इसके अलावा अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या हर आठ दिन में दोगुनी हो रही है. इसी कारण ब्रिटेन को कोविड-19 महामारी से मरने वालों की दर यूरोप में सबसे ज्यादा रही है.
ब्रिटिश प्रशासन ने कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए छह का नियम लागू किया है, जिससे पुलिस को छह से अधिक व्यक्तियों वाले किसी कार्यक्रम, चाहे वह कार्यक्रम भीतर हो या बाहर, के खिलाफ कार्रवाई करने और 100 पाउंड का जुमार्ना लगाने का अधिकार मिल गया है. यह नया नियम पुलिस को छह के नियम का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार देगा. हाल में मामलों में बढ़ोतरी ने स्पष्ट कर दिया है कि इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए ब्रिटेन को और कदम उठाने की जरुरत है.