ETV Bharat / international

साइबेरिया में बांध टूटने से 15 लोगों की मौत, तीन गिरफ्तार

साइबेरिया में सोने की खदान पर बने अवैध बांध के टूटने से 15 लोगों की मौत हो गई. इस घटना के बाद आज रूस की जांच एंजेसी ने खदान के मलिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. जाने क्या हैं मामला....

साइबेरिया में टूटा बांध
author img

By

Published : Oct 20, 2019, 6:22 PM IST

Updated : Oct 20, 2019, 11:19 PM IST

मॉस्को : साइबेरिया के क्रासनोयार्स्क क्षेत्र में सोने की खदान के पास शनिवार को सिबा नदी पर अवैध रूप से बनाया गया बांध टूट गया. बांध के टूटने से 15 लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य छह लोग लापता हैं. इस मामले खदान के तीन आधिकारियों को गिरफ्तार किया गया.

गौरतलब है कि क्रासनोयार्स्क शहर मॉस्को से 4000 किलोमीटर पूर्व में है.

जांच एजेंसी के बयान में कहा गया कि खदान कम्पनी सिसिम के प्रमुख, खनन स्थल के प्रबंधक और फोरमैन को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के लिए तीनों को क्रासनोयार्स्क ले जाया गया.

साइबेरिया में बांध टूटने से सोने की खदान में आई बाढ़, देखें वीडियो

रूस प्राधिकरण ने बताया कि बांध टूटने से श्रमिकों की कई केबिन पानी में डूब गईं, जहां पर 70 श्रमिक रहते थे.

शेट्टिन्किनो गांव के पास स्थित केबिनों में सुबह लगभग 6:00 बजे श्रमिकों को बर्फीले और गंदे पानी से राहत मिली.

अधिकारियों ने कहा कि 300 लोग, छह हेलीकॉप्टर और छह नावों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य किया गया, लेकिन रात होने पर अभियान को रद्द कर दिया गया.

अधिकारियों ने कहा कि बांध अवैध रूप से बनाया गया था. अधिकारियों ने दावा किया उन्हें इसके बारे में पता नहीं था.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति ने अधिकारियों को पीड़ितों को सहायता प्रदान करने और दुर्घटना किस कारण हुई, इसका पता लगाने का आदेश दिया है.

जांचकर्ताओं ने कहा कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया गया है, इसलिए उन्होंने आपराधिक जांच की है.

आपात स्थिति की क्षेत्रीय मंत्रालय की शाखा प्रवक्ता ने कहा कि अब भी छह लोग लापता हैं.

अधिकारियों ने बताया कि कुल 16 पीड़ितों को चिकित्सा सहायता दी गई और चार लोगों को क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया.

क्षेत्रीय गवर्नर एलेक्जेंडर ने कहा कि प्रभावित केबिन में करीब 80 मजदूर रहते थे और यहां की कुल आबादी करीब 180 थी. एलेक्जेंडर के मुताबिक लगातार बारिश के चलते बांध कमजोर हुआ और टूट गया. खदान में काम करने वाले एक मजदूर के अनुसार क्षेत्र में चार बांध हैं, जिनका निर्माण तीन साल पहले ही हुआ है.

पढ़ें - जापान : हगिबिस तूफान से मरने वालों की संख्या 70 से ज्यादा हुई

कमजोर सुरक्षा नियमों, खराब प्रबंधन और सोवियत काल के बुनियादी ढांचे के कारण रूस में घातक दुर्घटनाएं आम हैं.

बता दें कि 2009 में, साइबेरिया के खाकासिया क्षेत्र में रूस के सबसे बड़े पनबिजली संयंत्र में बाढ़ से 75 लोग मारे गये थे.

मॉस्को : साइबेरिया के क्रासनोयार्स्क क्षेत्र में सोने की खदान के पास शनिवार को सिबा नदी पर अवैध रूप से बनाया गया बांध टूट गया. बांध के टूटने से 15 लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य छह लोग लापता हैं. इस मामले खदान के तीन आधिकारियों को गिरफ्तार किया गया.

गौरतलब है कि क्रासनोयार्स्क शहर मॉस्को से 4000 किलोमीटर पूर्व में है.

जांच एजेंसी के बयान में कहा गया कि खदान कम्पनी सिसिम के प्रमुख, खनन स्थल के प्रबंधक और फोरमैन को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूछताछ के लिए तीनों को क्रासनोयार्स्क ले जाया गया.

साइबेरिया में बांध टूटने से सोने की खदान में आई बाढ़, देखें वीडियो

रूस प्राधिकरण ने बताया कि बांध टूटने से श्रमिकों की कई केबिन पानी में डूब गईं, जहां पर 70 श्रमिक रहते थे.

शेट्टिन्किनो गांव के पास स्थित केबिनों में सुबह लगभग 6:00 बजे श्रमिकों को बर्फीले और गंदे पानी से राहत मिली.

अधिकारियों ने कहा कि 300 लोग, छह हेलीकॉप्टर और छह नावों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य किया गया, लेकिन रात होने पर अभियान को रद्द कर दिया गया.

अधिकारियों ने कहा कि बांध अवैध रूप से बनाया गया था. अधिकारियों ने दावा किया उन्हें इसके बारे में पता नहीं था.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रपति ने अधिकारियों को पीड़ितों को सहायता प्रदान करने और दुर्घटना किस कारण हुई, इसका पता लगाने का आदेश दिया है.

जांचकर्ताओं ने कहा कि सुरक्षा नियमों का उल्लंघन किया गया है, इसलिए उन्होंने आपराधिक जांच की है.

आपात स्थिति की क्षेत्रीय मंत्रालय की शाखा प्रवक्ता ने कहा कि अब भी छह लोग लापता हैं.

अधिकारियों ने बताया कि कुल 16 पीड़ितों को चिकित्सा सहायता दी गई और चार लोगों को क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया.

क्षेत्रीय गवर्नर एलेक्जेंडर ने कहा कि प्रभावित केबिन में करीब 80 मजदूर रहते थे और यहां की कुल आबादी करीब 180 थी. एलेक्जेंडर के मुताबिक लगातार बारिश के चलते बांध कमजोर हुआ और टूट गया. खदान में काम करने वाले एक मजदूर के अनुसार क्षेत्र में चार बांध हैं, जिनका निर्माण तीन साल पहले ही हुआ है.

पढ़ें - जापान : हगिबिस तूफान से मरने वालों की संख्या 70 से ज्यादा हुई

कमजोर सुरक्षा नियमों, खराब प्रबंधन और सोवियत काल के बुनियादी ढांचे के कारण रूस में घातक दुर्घटनाएं आम हैं.

बता दें कि 2009 में, साइबेरिया के खाकासिया क्षेत्र में रूस के सबसे बड़े पनबिजली संयंत्र में बाढ़ से 75 लोग मारे गये थे.

ZCZC
PRI GEN INT
.MOSCOW FGN26
RUSSIA-MINE-4THLD ACCIDENT
15 die in dam collapse at Siberian gold mine
          Moscow, Oct 19 (AFP) Fifteen people were killed and another six still missing after an illegally built dam collapsed at a gold mine in a remote Siberian settlement on Saturday, in the latest deadly accident to hit Russia.
          The dam on the Seiba River in the Siberian region of Krasnoyarsk burst and flooded several cabins where more than 70 workers lived, Russian authorities said.
          Icy and muddy floodwaters hit the cabins located near the village of Shchetinkino at around 6:00 am as the workers were resting.
          About 300 people, six helicopters and six boats were involved in a search and rescue mission but the operation was to be suspended for the night, officials said.
          Officials said the dam had been built in breach of safety rules and claimed that the authorities were not aware of its existence.
          President Vladimir Putin ordered officials to provide assistance to the victims and identify the reasons for the accident, his spokesman Dmitry Peskov told reporters.
          Investigators said they have opened a criminal probe into a breach of safety rules.
          Six people were still missing, Alyona Aleksishina, spokeswoman for the regional branch of the emergencies ministry, told AFP.
          A total of 16 victims received medical aid, and four of them were airlifted to a regional hospital, authorities said.
          A team of doctors including a neurosurgeon were dispatched to the scene from the city of Krasnoyarsk, which is located some 4,000 kilometres (2,500 miles) east of Moscow.
          Footage broadcast on national television showed the remote settlement surrounded by the woods and mountains, the ground covered in light snow.
          Overall, about 180 workers were thought to be living at the remote mining site.
          An unidentified worker from the mine told Govorit Moskva, a Moscow-based radio station, that people had been caught by surprise.
          "People were sleeping, apparently they did not even understand anything," he said.
          He described the accommodation as hastily built cabins, adding: "That says it all." The worker said there were four such dams in the area that had been built more than three years ago, adding that smaller breaches had happened in the past.
          The dam was built in violation of "every single norm," the head of the local government, Yury Lapshin, said in televised remarks.
          Rains could have eroded the dam, officials said.
          The Krasnoyarsk region will observe a day of mourning on Monday.
          A number of top regional officials including governor Alexander Uss, prosecutors and inspectors went to the scene of the tragedy.
          Russian Health Minister Veronika Skvortsova was overseeing the delivery of aid to the injured.
          The dam belonged to the Sibzoloto holding company which has not released any comment on the incident so far.
          Deadly accidents are relatively common in Russia because of lax safety rules, bad management and Soviet-era infrastructure.
          In 2009, 75 people were killed in a massive flood at Russia's biggest hydroelectric plant in the Khakassia region of Siberia. (AFP)
IND
10191856
NNNN
Last Updated : Oct 20, 2019, 11:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.