सिंगापुर : सिंगापुर भारतीय नागरिकों समेत प्रवासी कामगारों की आवाजाही पर लगे प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील देगा जो कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद पिछले साल अप्रैल से विभिन्न शयनकक्षों (डोर्मिटोरी) में रह रहे हैं.
बृहस्पतिवार को मीडिया में आई एक खबर में कहा गया कि प्रायोगिक आधार पर आगामी सोमवार से 'लिटिल इंडिया' नामक इलाके में प्रवासी कामगारों को आने-जाने की इजाजत होगी.
'लिटिल इंडिया' दक्षिण एशिया के प्रवासी कामगारों का पसंदीदा क्षेत्र और भारतीय कामगारों का केंद्र है जहां वे अपना सप्ताहांत बिताते हैं क्योंकि वहां पर भारतीय सामान की दुकानें हैं.
'चैनल न्यूज़ एशिया' ने अपनी खबर में कहा कि कामगारों को यात्रा से पहले और यात्रा के तीन दिन बाद एंटीजन रैपिड परीक्षण कराना होगा.
कामगार मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि 'लिटिल इंडिया' की यात्रा के लिए उन कामगारों को अधिक सुरक्षा उपाय करने होंगे या अतिरिक्त जांच करानी होगी जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है.
प्रवासियों की आवाजाही पर पिछले साल अप्रैल में रोक लगा दी गई थी क्योंकि अनेक पलंगों वाले बड़े शयनकक्षों में कोविड-19 के हजारों मामले सामने आए थे और उन्हें कोविड 'क्लस्टर' घोषित कर दिया गया था.
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इन शयनकक्षों में रह रहे और कोविड रोधी टीका लगवा चुके 500 कामगारों को अब हर सप्ताह छह घंटे के लिए चयनित स्थानों पर जाने की इजाजत होगी, लेकिन यह उन शयनकक्षों के लोगों के लिए लागू होगा जहां बीते दो हफ्तों में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई मामला नहीं आया होगा और जहां कोविड टीकाकरण की दर ज्यादा होगी.
मंत्रालय ने कहा कि वह एक महीने के बाद इस प्रायोगिक योजना की समीक्षा करेगा. इसके अलावा अगले सोमवार से सभी प्रवासी कामगारों को हफ्ते में दो बार मनोरंज केंद्र जाने की इजाजत भी होगी.
(भाषा)