सिंगापुर : सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने स्थानीय सिख समुदाय की कोविड-19 महामारी के दौरान नस्ल, धर्म और पृष्ठभूमि से परे जाकर लोगों की सहायता के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाने के लिए प्रशंसा की.
प्रधानमंत्री ली सफेद सिख पगड़ी पहनकर सिलट रोड स्थित गुरुद्वारा के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए और समुदाय के सदस्यों का 'सत श्री अकाल' कहकर अभिवादन किया. इस गुरुद्वारे का जीर्णोद्धार महामारी के दौरान किया गया है. उन्होंने कहा कि सिलट रोड गुरुद्वारा और अन्य गुरुद्वारे सहित पूजा स्थल महामारी की वजह से प्रभावित हुए हैं. ली ने कहा, यह श्रद्धालुओं के लिए कठिन समय है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरुद्वारा सहित अन्य धार्मिक स्थलों ने कोविड-19 महामारी प्रबंधन के कई उपाए किए, जिनमें प्रार्थना का सजीव प्रसारण शामिल है ताकि श्रद्धालु इसके जरिये समागम का हिस्सा बन सकें.
ली ने कहा, मैं इससे अधिक इस बात से उत्साहित हूं कि गुरुद्वारा और सिख समुदाय इस मुश्किल समय में मदद को आगे आया. उन्होंने धर्मार्थ कार्य किया, राशन वितरित किया और अन्य सहायता कार्यक्रम आयोजित किए.
उन्होंने कहा कि अन्य धार्मिक समूहों की तरह सिख नेताओं ने भी अपने अनुयायियों की महामारी की वजह से उत्पन्न बाधा के साथ सामंजस्य बैठाने में मदद की.
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महामारी की वजह से तनाव का मुकाबला करने के लिए सिख संस्थानों के समन्वय परिषद ने 'प्रोजेक्ट अकाल' नाम से कार्यबल बनाया, जिसने सिख समुदाय के 13 हजार सदस्यों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए काम किया.
उद्घाटन समारोह के बाद ली ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, हमारे गुरुद्वारे और सिख समुदाय ने उन लोगों की मदद की, जिन्हें मुश्किल समय में इसकी जरूरत थी, वह भी बिना नस्ल, धर्म और पृष्ठभूमि को देखे. इन पहलों ने व्यापक समुदाय के लिये अच्छी मिसाल पेश की, क्योंकि हम वायरस के साथ रहने की नई सामान्य अवस्था की ओर बढ़ रहे हैं. सिलट रोड गुरुद्वारा (सिलट रोड सिख टेम्पल) प्रार्थना का ही पवित्र स्थान नहीं है बल्कि सिंगापुर के बहु धार्मिक और बहु नस्लीय परिदृश्य का चमकता प्रतीक है.
(पीटीआई-भाषा)